कैसी होती है नौटंकी में नाचने वाली लड़कियों की ज़िंदगी?
BBC
स्मार्ट फ़ोन के दौर में पारंपरिक नृत्य कला को सहेजने वाली कलाकारों की कहानी.
नौटंकी भारत की सबसे पुरानी लोक कलाओं में से एक है. छोटे क़स्बों और शहरों में ये कला ख़ासी लोकप्रिय है. फ़ोटोग्राफर उदित कुलश्रेष्ठ बता रहे हैं कि स्मार्टफ़ोन पर आसानी से उपलब्ध मनोरंजन के दौर में ये कला कैसे बची हुई है. पारंपरिक पशु मेलों में आज भी नौटंकी और नाच देखने के लिए भीड़ उमड़ती है. हाल ही में बिहार के सोनपुर में लगे मशहूर पशु मेले में कम से कम ऐसी आठ नौटंकी या डांस कंपनियों ने अपनी प्रस्तुति दी. टिकट आमतौर पर 100 रुपए से लेकर 500 रुपए तक के होते हैं और अगर नाचने वाले चर्चित हों तो बहुत जल्द ही ख़त्म भी हो जाते हैं. नौटंकी कलाकार आम तौर पर पौराणिक कथाओं या चर्चित लोक कथाओं की कहानी पर आधारित प्रस्तुतियां ही देते हैं. कहानी को डांस, संगीत और नाटक के ज़रिए कहा जाता है.More Related News