![कैसी होती है ग्लैमर से दूर गुमनामी में संन्यास लेने वाले क्रिकेट खिलाड़ियों की ज़िंदगी](http://thewirehindi.com/wp-content/uploads/2022/03/Sachin-Tendulkar-Last-Test-Match-BCCI-Photo-1.jpg)
कैसी होती है ग्लैमर से दूर गुमनामी में संन्यास लेने वाले क्रिकेट खिलाड़ियों की ज़िंदगी
The Wire
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले भारतीय टीम के बड़े चेहरों के सुर्ख़ियां बनाने वाले रिटायरमेंट के उलट कम चर्चित, मगर प्रतिभावान खिलाड़ी अक्सर मीडिया की चकाचौंध से दूर मैदान को अलविदा कह देते हैं. अपने हुनर और अनुभव के बावजूद उनको कई बार बेहद संघर्षपूर्ण स्थितियों का सामना करना पड़ता है.
नई दिल्ली: लाइट्स, कैमरा और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ऑक्शन- तारीख थी 14 फरवरी और अब बारी सुरेश रैना की थी जिन्होंने आईपीएल 2022 की नीलामी में अपना बेस प्राइज़ 2 करोड़ रखा था. लेकिन वक्त गुज़रता गया और देखते ही देखते इस बार की आईपीएल की नीलामी में उनको किसी भी टीम में जगह नहीं मिली.
आज के समय में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद रैना जैसे खिलाड़ियों को आईपीएल अपने क्रिकेट को जीने का एक मौका देता है. मगर हर संन्यास की कहानी में यह पन्ना नहीं लिखा होता.
मैदान के रोमांच, स्टेडियम में दर्शकों की गूंज के इर्द-गिर्द ही खिलाड़ियों की जान बसती है और फिर एक दिन संन्यास लेकर एक नई पारी की शुरुआत करना कैसा होता है? क्या संन्यास के बाद की ज़िंदगी में ढलना आसान है?
30-40 की उम्र में सक्रिय खेल को छोड़ अपने अंदर बचे क्रिकेट को ज़िंदा रखने का क्या कोई तरीका नहीं है? क्योंकि हर एक खिलाड़ी के हिस्से सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर या अनिल कुंबले जैसा संन्यास नहीं आता जो मैदान पर आखिरी अंतरराष्ट्रीय पारी खेल पाए और फिर जर्सी में मैदान को चूमने का उसको मौका मिले.