केरल से जाकर अफगानिस्तान में बना IS का फिदायीन, हमले में मारा गया इंजीनियरिंग स्टूडेंट
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इस्लामिक स्टेट ने दावा किया है कि नजीब अल हिंदी नाम का ये शख्स ISKP के मुजाहिद्दीनों के बीच रहता था, इसकी शादी पाकिस्तानी लड़की से हुई थी इसके बाद ये फिदायीन आतंकी बन गया था.
अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता आने के बाद इस्लामिक स्टेट खुरासान (ISKP) लगातार बड़े हमलों के जरिए अपनी मौजूदगी दिखा रहा है. साथ ही साथ वॉइस ऑफ खुरासान नाम की प्रोपगैंडा मैगजीन जारी करके अपने एजेंडे के बारे में दुनिया को बता रहा है.
ISKP ने मैगजीन के दूसरे संस्करण में दावा किया है की भारत के केरल का रहने वाला 24 साल का लड़का अफगानिस्तान में फिदायीन हमले में मारा गया है. मैगजीन में दावा किया गया है की नजीब अल हिंदी नाम का नौजवान एम-टेक की डिग्री हासिल कर चुका था और केरल से हिजरा करने अफगानिस्तान के खुरासान प्रोवेंस में पहुंचा था. हालांकि मैगजीन में नजीब के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी गई है. न ही ये बताया गया है कि वह किन हालातों के बीच मरा है या उसकी मौत किस समय हुई.
शादी के कुछ दिन बाद ही किया हमला
मैगजीन के मुताबिक नजीब अल हिंदी ISKP के मुजाहिद्दीनों के बीच रहता था, नजीब की शादी पाकिस्तानी लड़की से हुई थी और शादी के कुछ दिन बाद ही नजीब अल हिंदी ने फिदायीन हमले के लिए खुद को तैयार किया था और बकायदा हमले को अंजाम भी दिया था. मैगजीन में किए गए इस दावे से खुफिया एजेंसियों की नींद उड़ गई है.
जानकारी के मुताबिक, NIA समेत तमाम एजेंसियों के पास जो रिपोर्ट मौजूद है, जिसमें कहा गया है कि केरल से तकरीबन 25 लोग जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं. वो ISIS ज्वाइन कर खुरासान में शिफ्ट कर गए थे. रिपोर्ट्स में कहा गया था कि इसमें कुछ लोग मारे भी गए थे, जबकि कुछ अफगानिस्तान की जेल में बंद हैं.
लेकिन अब नजीब अल हिंदी के फिदायीन हमले में मारे जाने की खबर से हड़कंप मचा है और फिर से आंकड़े जुटाए जा रहे हैं की आखिर केरल या भारत के दूसरे इलाकों से कितने लोग सीरिया या अफगानिस्तान गए हैं.
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