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'केतु' अशुभ नहीं, शुभ फल भी प्रदान करता है जिन लोगों का इन नक्षत्र में जन्म होता है, उन पर रहती है केतु की छाया
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Astrology, Ketu : ज्योतिष शास्त्र में केतु को एक रहस्मय ग्रह माना गया है. इस ग्रह की महिमा अपरंपार है. आइए जानते हैं केतु ग्रह के बारे में-
Astrology , ketu ke upay : केतु का एक छाया ग्रह माना गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार केतु का स्वभाव मंगल ग्रह की भांति ही माना गया है. मंगल का संबंध युद्ध, रक्त, भूमि, तकनीक आदि से भी है. मंगल ग्रह को नव ग्रहों में सेनापति का दर्जा प्राप्त है. केतु का स्वभाव भी मंगल की तरह ही बताया गया है. लेकिन इस पाप ग्रह की श्रेणी में रखा गया है.
केतु का स्वभावज्योतिष शास्त्र के अनुसार केतु पाप ग्रह होकर भी शुभ फल प्रदान करता है. केतु सदैव अशुभ फल प्रदान करता है. ऐसा नहीं है. कुंडली के दूसरे और आठवें भाव में केतु शुभ फल प्रदान करने वाला माना गया है. इसके साथ ही शुभ ग्रहों के साथ यदि बैठ जाए तो केतु व्यक्ति को अपार सफलताएं दिलाता है. केतु को अध्यात्म, वैराग्य, मोक्ष, तांत्रिक आदि का कारक माना गया है. धनु राशि में केतु का उच्च माना गया है.