![केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद राज्यों में लगातार गिरा कांग्रेस का ग्राफ, 62 में से 47 विधानसभा चुनाव हारे](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202410/67056afda7785-congress-graph-082516175-16x9.png)
केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद राज्यों में लगातार गिरा कांग्रेस का ग्राफ, 62 में से 47 विधानसभा चुनाव हारे
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जवान, किसान, पहलवान और संविधान प्रमुख रूप से ये वो चार मुद्दे हैं, जिनके दम पर जलेबी राहुल गांधी ने प्रचार के दौरान चखी, लेकिन स्वाद बीजेपी को आया. क्योंकि हरियाणा के 57 साल के इतिहास में पहली बार कोई पार्टी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है, तो वो बीजेपी है.
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनावी नतीजे सामने आ गए हैं. हरियाणा के नतीजों की गूंज दूर-दूर तक जाएगी, जहां शुरुआती रुझानों में कांग्रेस के मन में लड्डू तो फूटा, लेकिन नतीजों में जीत वाली जलेबी का स्वाद बीजेपी ने चखा. हरियाणा के जनादेश ने बता दिया कि लोकसभा चुनावों के बाद विधानसभा चुनावों में भी भरोसा पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बना हुआ है.
जवान, किसान, पहलवान और संविधान प्रमुख रूप से ये वो चार मुद्दे हैं, जिनके दम पर जलेबी राहुल गांधी ने प्रचार के दौरान चखी, लेकिन स्वाद बीजेपी को आया. क्योंकि हरियाणा के 57 साल के इतिहास में पहली बार कोई पार्टी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है, तो वो बीजेपी है. सत्ता में रहते राज्यों में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के मामले में बीजेपी अब तक की सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है. जहां बीजेपी की सफलता दर 61% है, यानी जनता का लगातार विश्वास जीतने में भी पीएम मोदी आगे हैं. हर चार में एक वोट की ताकत रखने वाले जाट समुदाय के दम पर कांग्रेस जीत के बारे में सोचती रही, लेकिन नतीजों ने कहानी कुछ और बताई. जाटलैंड में कांग्रेस की तीन सीटें घट गई और बीजेपी की तीन सीट बढ़ गईं.
संविधान का मुद्दा यानी दलित वोट.... राहुल गांधी लोकसभा चुनाव की तरह हरियाणा में भी प्रचार के दौरान हाथ में संविधान और जाति गणना का मुद्दा लेकर घूमे. पिछड़ों की बात की, लेकिन यहां भी कांग्रेस से ज्यादा फायदा बीजेपी को हुआ है. पिछली बार से तीन ज्यादा दलित आरक्षित सीटें बीजेपी ने जीती हैं. हालांकि 2019 के मुकाबले 2 ज्यादा सीट कांग्रेस ने पाईं. सवर्ण, ओबीसी या फिर दलित... हर वर्ग में कांग्रेस से ज्यादा सीट बीजेपी ने हासिल की हैं. 2019 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 40 सीटें जीती थीं. 2024 में इनमें से 26 सीटें दोबार जीत लीं, यानी मौजूदा हर 3 में से 2 सीट वापस जीत ली है. 22 नई सीटें बीजेपी ने जीती हैं. 14 सीटें कांग्रेस से छीनी हैं. 4 जेजेपी की और 4 निर्दलीय की. कांग्रेस के मुकाबले यहां भी जनता का भरोसा बीजेपी और नरेंद्र मोदी के नाम के साथ ज्यादा दिखा.
परिणाम के बाद क्या बोले पीएम मोदी और अमित शाह?
प्रधानमंत्री मोदी जब बीजेपी मुख्यालय पहुंचे, तो कहा कि देश के कई राज्य कांग्रेस के लिए नो एंट्री का बोर्ड लगा चुके हैं, वहीं, अमित शाह ने सोशल मीडिया पर लिखा कि चाहे केंद्र में लगातार तीसरी बार मोदी सरकार का चुनकर आना हो या हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश समेत दूसरे राज्यों में बीजेपी की लगातार जीत, बीजेपी की पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस पर जनता का विश्सास बढ़ा है.
कांग्रेस और बीजेपी के बीच पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस की जनादेश के आधार पर तुलना
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जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, 'सैम पित्रोदा द्वारा चीन पर व्यक्त किए गए कथित विचार निश्चित रूप से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विचार नहीं हैं. चीन हमारी विदेश नीति, बाह्य सुरक्षा, और आर्थिक क्षेत्र की सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है. कांग्रेस पार्टी ने चीन के प्रति मोदी सरकार के दृष्टिकोण पर बार-बार सवाल उठाए हैं, जिसमें 19 जून 2020 को प्रधानमंत्री द्वारा सार्वजनिक रूप से चीन की दी गई क्लीन चिट भी शामिल है.'
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जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, 'सैम पित्रोदा द्वारा चीन पर व्यक्त किए गए कथित विचार निश्चित रूप से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विचार नहीं हैं. चीन हमारी विदेश नीति, बाह्य सुरक्षा, और आर्थिक क्षेत्र की सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है. कांग्रेस पार्टी ने चीन के प्रति मोदी सरकार के दृष्टिकोण पर बार-बार सवाल उठाए हैं, जिसमें 19 जून 2020 को प्रधानमंत्री द्वारा सार्वजनिक रूप से चीन की दी गई क्लीन चिट भी शामिल है.'
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भारतीय रेल द्वारा भीड़ नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई है. देश के 60 बड़े रेलवे स्टेशन पर होल्डिंग एरिया स्थापित किए जाएंगे, जिससे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. इनमें से 35 प्रमुख स्टेशनों की निगरानी वॉर रूम से होगी. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ के बाद यह निर्णय लिया गया.