![केंद्र के पाबंदी लगाए जाने की चर्चा के बीच हुर्रियत ने श्रीनगर कार्यालय से अपना साइन बोर्ड हटाया](https://i.ndtvimg.com/i/2016-03/syed-ali-shah-geelani_650x400_51457608931.jpg)
केंद्र के पाबंदी लगाए जाने की चर्चा के बीच हुर्रियत ने श्रीनगर कार्यालय से अपना साइन बोर्ड हटाया
NDTV India
यह अलगाववादी समूह 2005 में दो गुटों में टूट गया. नरमपंथी गुट का नेतृत्व मीरवाइज और कट्टरपंथी गुट का नेतृत्व सैयद अली शाह गिलानी के हाथों में है. केंद्र जमात-ए-इस्लामी और जेकेएलएफ को यूएपीए के तहत प्रतिबंधित कर चुका है. यह प्रतिबंध 2019 में लगाया गया था.
सैयद अली शाह गिलानी के नेतृत्व वाले चरमपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस गुट तहरीक-ए-हुर्रियत ने आज श्रीनगर के हैदरपोरा इलाके में अपने नेता के आवास पर समूह के प्रधान कार्यालय से अपना साइनबोर्ड हटा दिया है. यह घटनाक्रम इस संकेत के बीच आया है कि अलगाववादी इकाई के उदारवादी और कट्टर दोनों गुटों पर जल्द ही केंद्र द्वारा प्रतिबंध लगाया जा सकता है. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, "कार्रवाई के डर से उन्होंने खुद बोर्ड हटा दिए." उन्होंने आगे कहा कि प्रतिबंध कड़े गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धारा 3 (1) के तहत होगा. अधिनियम की इस धारा के मुताबिक, यदि केंद्र सरकार को लगता है कि कोई संगठन एक गैर-कानूनी संगठन है या बन गया है, तो वह आधिकारिक राजपत्र में अधिसूचना द्वारा ऐसे संगठन को यूएपीए के तहत गैर-कानूनी घोषित कर सकती है.''More Related News