कृष्णम्माल जगन्नाथन: हज़ारों भूमिहीनों को ज़मीन का मालिकाना हक़ दिलाने वाली महिला
BBC
बिनोवा भावे के साथ काम करने वाली इस दलित महिला ने हज़ारों लोगों का जीवन बदला. कैसे? जानिए 'अम्मा' की कहानी
तमिलनाडु की कृष्णम्माल जगन्नाथन एक ऐसी दलित महिला हैं जिन्होंने भूमिहीन लोगों को ज़मीन दिलाने के लिए आंदोलन कर हज़ारों लोगों को ज़मीन का मालिकाना हक दिलाया. वे साल 1950 में स्वतंत्रता सेनानी विनोबा भावे के भूदान आंदोलन से जुड़ीं और ज़मींदारों को मनाया कि वे अपनी ज़मीन के कुछ हिस्से को ग़रीब भूमिहीन किसानों को दानस्वरूप दें. साथ ही उन्होंने अपने नेतृत्व में ज़मीन का पंजीकरण महिलाओं के नाम किये जाने के लिए आंदोलन चलाया. भूदान आंदोलन को भारत में ज़मीन सुधार का एक ऐसा आंदोलन कहा जाता है जो बिना किसी का ख़ून बहाये चलाया गया था. इसकी शुरुआत गांधीवादी विचारधारा से प्रेरित विनोबा भावे ने साल 1951 में तेलंगाना के पोचमपल्ली से की थी.More Related News