
कृषि क़ानून निरस्त होने पर लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों ने कहा- आधी लड़ाई जीते, इंसाफ़ बाक़ी
The Wire
लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के दौरान जान गंवाने वाले किसानों और पत्रकार रमन कश्यप के परिवार ने कृषि क़ानून निरस्त हो जाने के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्ख़ास्त करने की मांग की है.
नई दिल्ली: ऐसा बताया जा रहा है कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रद्द किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सालभर लंबे प्रदर्शन के दौरान तक़रीबन सात सौ किसानों ने जान गंवाई है.
केंद्र सरकार का यह निर्णय उत्तर प्रदेश और पंजाब जैसे कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने से पहले सिखों द्वारा पवित्र माने जाने वाले ‘गुरुपर्ब’ के दिन आया है. इसी के चलते सरकार की मंशा को लेकर संदेह जाहिर किया जा रहा है.
भारतीय किसान यूनियन ने अपने बयान में स्पष्ट कहा कि यह निर्णय किसानों के लिए बड़ी जीत है, पर इस लड़ाई में सात सौ से अधिक किसानों ने ‘बलिदान’ दिया है. बयान में कहा गया कि ‘इन मौतों के लिए प्रधानमंत्री का अहंकार जिम्मेदार है.’
गौरतलब है कि किसान आंदोलन के दौरान देशभर में विभिन्न जगहों पर किसानों ने प्रदर्शन किए थे और उनके साथ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं भी पेश आईं.