
कृषि क़ानूनों को वापस लिए जाने के फ़ैसले पर बोले किसान, अब राम और राष्ट्र के नाम पर नहीं बटेंगे...
BBC
पीएम मोदी ने किसानों से आग्रह किया है कि वे अपने-अपने घर लौट जाएं. इस फ़ैसले पर देश भर से किसानों, किसान नेताओं की ओर से मिलीजुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह राष्ट्र को संबोधित करते हुए तीनों विवादित कृषि क़ानूनों को रद्द करने का एलान किया है.
उन्होंने कहा है, "आज मैं आपको, पूरे देश को, ये बताने आया हूँ कि हमने तीनों कृषि क़ानूनों को वापस लेने का निर्णय लिया है. इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में, हम इन तीनों कृषि क़ानूनों को रद्द करने की संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा कर देंगे."
ये एक ऐसा मुद्दा था जिसकी वजह से केंद्र सरकार और किसानों के बीच बीते एक साल से तनातनी जारी थी.
बीती 26 नवंबर से पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत कई प्रदेशों के किसान दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
इसके साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों में भी किसानों की ओर से सरकार के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं.