कीमती सामान से लदे इजरायली जहाज पर किसने किया ड्रोन अटैक? अब Vikram की पहरेदारी में मुंबई लौटेगा शिप
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एक तरफ हमास और इजरायल में जंग जारी है तो इसी बीच शनिवार को भारत की समुद्री सीमा से एक बड़ी खबर आई. अरब सागर में एक कार्गो शिप भारत की ओर बढ़ रहा था. अरब सागर में इजरायल से संबद्ध इस जहाज पर ड्रोन से हमला होने की जानकारी मिली. यह हमला गुजरात के वेरावल से 200 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में किया गया था. हमले के बाद जहाज में आग लग गई थी.
हमास और इजरायल में जारी जंग के बीच शनिवार को अरब सागर में इजरायल से संबद्ध जहाज पर ड्रोन से हमला किए जाने की खबर आई थी. इस हमले से जहाज में आग लग गई और इसके साथ कार्गो शिप की बिजली भी बाधित हो गई थी. आईसीजी अधिकारी ने बताया कि, एमवी केम प्लूटो ने लगभग 11 समुद्री मील प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ना शुरू कर दिया है और भारतीय तटरक्षक जहाज आईसीजीएस विक्रम के आज रात इसके साथ मिलने की संभावना है.
जहाज पर 21 भारतीय सवार एमवी केम प्लूटो ने भी आईसीजीएस विक्रम द्वारा एस्कॉर्ट करने का अनुरोध किया है और 25 दिसंबर की शुरुआत तक उसके मुंबई पहुंचने की उम्मीद है. अधिकारी ने बताया कि जहाज पर मास्टर समेत 21 भारतीय और एक नेपाली नागरिक सवार हैं.
मामले मे सामने आए ताजा अपडेट के मुताबिक, भारतीय तट रक्षक डोर्नियर समुद्री निगरानी विमान ने संकटग्रस्त जहाज एमवी केम प्लूटो के साथ कम्यूनिकेट किया है. रक्षा अधिकारियों ने कहा है कि इंडियन कोस्ट गार्ड विक्रम ने क्षेत्र के सभी जहाजों को मदद पहुंचान के लिए सतर्क कर दिया है.
एक तरफ हमास और इजरायल में जंग जारी है तो इसी बीच शनिवार को भारत की समुद्री सीमा से एक बड़ी खबर आई. अरब सागर में एक कार्गो शिप भारत की ओर बढ़ रहा था. अरब सागर में इजरायल से संबद्ध इस जहाज पर ड्रोन से हमला होने की जानकारी मिली. यह हमला गुजरात के वेरावल से 200 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में किया गया था. हमले के बाद जहाज में आग लग गई, हालांकि समय रहते आग को बुझा दिया गया. यह जहाज सऊदी अरब के एक बंदरगाह से भारत के मंगलौर आ रहा था.
इस हमले को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं और तमाम आशंकाएं जताई जा रही हैं. पहला शक ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों पर है. क्योंकि इजरायली जहाज पर यह हमला ऐसे समय में किया गया है जब हाल ही में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने लाल सागर से होकर जाने वाले इजराली जहाजों को निशाना बनने की चेतावनी दी थी. हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में कई व्यापारिक जहाजों को अपना निशाना भी बनाया था. जिस वजह से व्यापारिक जहाजों को रूट बदलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. अभी बीते नवंबर में ही हूती विद्रोहियो ने लाल सागर में एक मालवाहक जहाज को भी हाइजैक कर लिया था. आशंकाओं की इन लहरों के बीच शनिवार देर शाम इस कार्गो शिप को लेकर भी नई डिटेल सामने आई. इसमें सामने आया कि ड्रोन अटैक से शिप पर आग लग गई थी, जिसे बुझा लिया गया है लेकिन कामकाज पर इसका असर पड़ा है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, एंब्रे की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत के वेरावल से 200 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में हुई इस घटना में बिना किसी हताहत के टैंकर में लगी आग को बुझा दिया गया. जहाज में कुछ स्ट्रक्चरल डैमेज हुई है, जिससे कामकाज पर असर पड़ा है.
आखिर इस जहाज पर क्या लदा है? जहाज पर आग बुझ गई है, लेकिन कामकाज प्रभावित हो गया है. इस जहाज पर कैमिकल प्रोडक्ट लदा हुआ है. इस पर कच्चा तेल के लोड होने की खबर भी है. इसलिए ये कार्गो शिप और भी अहम हो जाता है. इस जहाज का असली नाम एमवी केम प्लूटो है. यह जहाज सऊदी अरब के एक बंदरगाह से मंगलोर आ रहा था.
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