किसानों के साथ अनदेखी, खुद को किसान कहने वाले सांसदों और अन्नदाता के बीच कमाई में बड़ा अंतर
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खुद को किसान बताने वाले लोकसभा सांसदों की औसत संपत्ति जहां 18 करोड़ रुपये है तो वहीं देश में किसानों की महीने की आय शहरों के कई परिवारों के महीने के मोबाइल, लैंडलाइन, इंटरनेट बिल के बराबर है यानी कमाई औसत 8931 रुपये.
मॉनसून सत्र के साथ-साथ गुरुवार से किसानों का 'किसान संसद' जंतर-मंतर पर शुरू हो गया. अब आज से 9 अगस्त तक यानी जब तक संसद में सत्र चलेगा तब तक अगले 18 दिन रोज 200 की संख्या में अलग-अलग किसान अपनी संसद चलाने यहां पहुंचेंगे? देश के अन्नदाता कहे जाने किसानों की स्थिति अभी भी बेहद अच्छी नहीं है. जबकि बड़ी संख्या में सांसद खुद को किसान या खेती-बाड़ी से जुड़ा होने का दावा करते हैं.कल यानी सोमवार से शुरू हो रहे संसद के महत्वपूर्ण शीतकालीन सत्र को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है और उनसे कहा गया है कि वे संसद के सत्र को सुचारू रूप से चलने दें. विपक्ष पहले से ही हंगामा करने की तैयारी में है और उसके पास लंबी चौड़ी मुद्दों की लिस्ट है. देखें VIDEO
साहित्य आजतक 2024 के विशेष कार्यक्रम में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को विशेष आमंत्रित किया गया था. इस कार्यक्रम में उन्हें 8 अलग-अलग श्रेणियों में सम्मानित किया गया. लेखक गुलज़ार को 'लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड' से भी सम्मानित किया गया. इस महत्त्वपूर्ण अवसर को और भी यादगार बनाने के लिए देखें महामहीम का भाषण.
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यूपी के संभल में जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुए बवाल में तीन लोगों की मौत हो गई है. एसपी ने इसकी पुष्टि कर दी है. शनिवार की सुबह जब कोर्ट के आदेश पर टीम सर्वे करने पहुंची तो स्थानीय लोगों ने बवाल शुरू कर दिया और पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंकने लगे जिसमें एसपी समेत कई लोगों को चोट आई है. प्रदर्शनकारियों ने आगजनी भी की और कई गाड़ियों को फूंक दिया.