किर्गिस्तान हिंसा में कोटा के 20 से ज्यादा मेडिकल छात्र फंसे, बयां किया दर्द, कहा- 5 दिनों से एक कमरे में कैद हैं कई छात्र
AajTak
Kyrgyzstan Violence with Students: किर्गिस्तान में हिंसा के बीच (हाड़ोती) कोटा के कई छात्र फंसे हैं. कोटा-बारां के 20 से ज्यादा स्टूडेंट किर्गिस्तान में 4 दिन से हॉस्टल में कैद हैं.स्टूडेंट और परिजनों ने सरकार से बच्चों को सुरक्षित लाने की अपील की है. जानिए- किस हाल में हैं भारतीय छात्र.
Kyrgyzstan Violence: किर्गिस्तान में बीती 13 मई के बाद से हिंसा भड़की हुई है. पाकिस्तानी स्टूडेंट्स के साथ भारतीयों को भी निशाना बनाया जा रहा है, उन्हें चुन चुन कर पीटा जा रहा है. छात्र आरोप लगा रहे हैं कि यहां पाकिस्तानी छात्राओं से छेड़छाड़ की गई, हमलावर उनके हॉस्टल में घुस जाते हैं.इसी सप्ताह परीक्षा होनी है और इससे पहले मुसीबत में फंस गए. स्थिति यह है कि हॉस्टल के कमरों में कैद होकर रहना पड़ रहा है.
कोटा का एक स्टूडेंट किर्गिस्तान के बिश्केक में फंसा हुआ है. वो एमबीबीएस अंतिम वर्ष का छात्र है. स्टूडेंट का नाम आपको नहीं बता सकते क्योंकि स्टूडेंट का कहना है कि मेरा फाइनल एयर है और मुझे डिग्री में दिक्कत आ सकती है. स्टूडेंट ने बताया कि (हाडोती) कोटा-बारां जिले के 20 से अधिक छात्र यहां मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं. अधिकांश जूनियर स्टूडेंट्स है, उनका कोर्स पूरा नहीं हुआ है. वे घर आना चाहते हैं, इधर कोटा में माता-पिता चिंतित है. सुबह शाम कॉल कर हाल-चाल जानते हैं. छात्र ने आगे बताया कि मैं 2019 में यहां आया था, एमबीबीएस जून में पूरी होनी है. इसके बाद डिग्री लेकर ही कोटा आना था कि हिंसा शुरू हो गई.
हमें सरकार और कॉलेज से नोटिस मिला कि 7 दिन तक कमरे से नहीं निकलना है. 17 मई से 1 मिनट के लिए भी बाहर नहीं निकला, स्थानीय लोगों के साथ तो ये लोग कुछ नहीं कर रहे हैं, लेकिन बाहर के स्टूडेंट देखते ही उन पर टूट पड़ते हैं. रविवार को ही 500 मीटर दूर एक छात्र का हाथ काट दिया जिसके बाद से गेट अंदर से लॉक कर लिया है, खिड़कियां तक बंद है, पहले की रसद सामग्री से काम चल रहा हूं. हम राजस्थान के चार दोस्त साथ रहते हैं. एक दूसरे को दिलासा देते हैं. मेरे कुछ दोस्त भारत आना चाहते हैं, लेकिन कोई उपाय नहीं है.
किर्गिस्तान में पढ़ाई कर रहे कोटा के एक और स्टूडेंट ने बताया पूरी घटना का सच
छात्र ने बताया कि घटना की शुरुआत 13 मई से हुई. किर्गिस्तान के कुछ लोकल लोगों ने शराब पी रखी थी. नशे में पाकिस्तानी स्टूडेंट से लोकल ने सिगरेट मांगी उन्होंने दी नहीं या उनके पास थी नहीं. पता नहीं ऐसा क्या हुआ, पर इस बात को लेकर झगड़ा हुआ. उसके बाद लोकल ने पाकिस्तानी स्टूडेंट को पीटा और वहां से चले गए. उसके बाद अपने अन्य साथियों के साथ पाकिस्तानी स्टूडेंट के फ्लैट पर आए और वहां से उनका सामान चोरी कर ले गए. उसके बाद क्या हुआ आगे का पता नहीं. लेकिन 17 तारीख को फिर से इजिप्ट के लोगों के हॉस्टल में तीन लोग घुसते हैं और लड़कियों से छेड़छाड़ करते हैं तो इजिप्ट के लोग लोकल्स को पीट देते है.
तीनों वहां से भाग जाते हैं, उसके बाद कुछ देर बाद ही वहां के लोकल 100-150 लोग वहां पहुंचते हैं और मारपीट शुरू कर देते हैं. उसके बाद लोकल के अलावा जो भी स्टूडेंट वहां दिख रहा था,सबके साथ ये लोग मारपीट कर रहे थे. जैसे ही कोई बाहर उनको लोकल के अलावा दिखता उस पर टूट पड़ते, अब स्थिति पहले से कंट्रोल में है. पाकिस्तानी हो भारतीय हो सबके साथ मारपीट कर रहे थे. हम सबको हॉस्टलों के अंदर ही रहने के लिए कहा गया है. 17 मई की रात के बाद से हम लोग बाहर नहीं निकले हैं. फ्लाइट भी 20 दिन बाद की बुकिंग हो रही है. गाइडलाइन भी जारी की गई है कि हम लोगों को कोई भी ऑडियो या वीडियो क्लिप फोटो या घटना के बारे में जानकारी नहीं देनी है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव सामने हैं, इस बीच दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के नतीजों कांग्रेस की छात्र ईकाई एनएसयूआई की प्रेसीडेंट पद पर जीत हो चुकी है. इन नतीजों को राजनीतिक विश्लेषक किस नजर से देखते हैं, क्या इनका असर विधानसभा के चुनाव के नतीजों पर भी दिखेगा, आइए यहां इसका पूरा गणित समझते हैं.
Vivo ने भारत में 21 नवंबर को Vivo Y300 को लॉन्च किया था और आज इस हैंडसेट की पहले सेल शुरू होने जा रही है. इस हैंडसेट पर कई अच्छी डील्स और डिस्काउंट भी देखने को मिल रहे हैं. इस फोन में Snapdragon 4 Gen 2, 8GB Ram, 5,000mAh दी है. इसके साथ कंपनी ने बैंक ऑफर्स का भी ऐलान किया है. आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
फॉरेस्ट गार्ड्स की जिंदगी बेहद चुनौतीपूर्ण होती है. जंगली जानवरों के बीच काम करने के कारण उन्हें हर पल अपनी जान का खतरा रहता है. बावजूद इसके, वे न केवल जंगल और वन्यजीवों की रक्षा करते हैं, बल्कि अपने कर्तव्य को भी पूरी निष्ठा से निभाते हैं. हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे दो फॉरेस्ट गार्ड्स ने अपनी सूझबूझ से टाइगर के हमले से खुद को बचाया.
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय की संख्या, कुल जनसंख्या का लगभग 8 प्रतिशत है. यह समुदाय लंबे समय से धार्मिक भेदभाव और हिंसा का शिकार हो रहा है. हिंदू समुदाय के सदस्य कथित तौर पर लक्षित हत्याओं और हमलों का सामना कर रहे हैं. कई बार इन हमलों में मंदिरों को भी नुकसान पहुंचाया गया है. इसके विरोध में चिन्मय प्रभु लड़ाई लड़ रहे थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.