'कार्रवाई होती तो बच जाती जान, हम जांच करेंगे'...श्रद्धा की शिकायत पर देवेंद्र फडणवीस का बड़ा बयान
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आफताब और श्रद्धा के बीच अकसर झगड़े होते रहते थे. 18 मई को भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ था. इसके बाद आफताब ने गला दबाकर श्रद्धा की हत्या कर दी. उसके शव के 35 टुकड़े कर कई दिनों तक फ्रिज में रखा. वह रोज रात में शव के 1 टुकड़े को महरौली के जंगल में फेंकने के लिए जाता था.
श्रद्धा मर्डर केस में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस का बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा कि उन्होंने श्रद्धा की शिकायत वाला पत्र देखा है. उन्होंने कहा कि वह काफी गंभीर है. अगर इस पर कार्रवाई होती तो शायद श्रद्धा की जान बच जाती. उन्होंने कहा कि वे इस मामले में जांच कराएंगे कि इस लेटर पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई.
दरअसल, श्रद्धा ने नवंबर 2020 में आफताब के खिलाफ मुंबई में शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें उन्होंने आफताब से अपनी जान को खतरा बताया था. साथ ही श्रद्धा ने कहा था कि आफताब टुकड़े टुकड़े करने की धमकी देता है.
कार्रवाई होती तो बच जाती जान- फडणवीस
वहीं, इस पत्र को लेकर गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मेरे पास भी लेटर आया है. इसे मैंने देखा है. यह बहुत सीरियस है कि इस पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई. इसकी जांच करनी होगी. मैं किसी को दोष नहीं देना चाहता. लेकिन इस प्रकार की शिकायत कार्यवाही नहीं हुई. इसलिए इसकी जांच जरूरी है. उन्होंने कहा कि अगर लेटर पर कार्रवाई होती तो श्रद्धा की जान बच जाती.
श्रद्धा ने क्या कहा था अपनी शिकायत में?
श्रद्धा ने दो साल पहले पुलिस में आफताब के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. श्रद्धा ने अपनी शिकायत में आफताब से जान को खतरा बताया था. इतना ही नहीं श्रद्धा ने दावा किया था कि आफताब उसके शरीर के टुकड़े टुकड़े करने की धमकी देता है. श्रद्धा ने ये शिकायत मुंबई के तूलिंज पुलिस स्टेशन में दी थी. श्रद्धा ने आफताब के खिलाफ शिकायत में कहा था कि वह उसके साथ गालीगलौज और मारपीट करता है. आज उसने मेरी हत्या करने की कोशिश की. वह मुझे धमकी देता है कि वह मेरे शरीर के टुकड़े टुकड़े करके फेंक देगा. वह पिछले 6 महीनों से मेरे साथ मारपीट कर रहा है.
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