काबुल धमाके में अमेरिकी सैनिकों समेत 72 की मौत, अमेरिका ने कहा- गुनहगारों को बख्शा नहीं जाएगा, हमले का हिसाब लेंगे
ABP News
ISIS के हमले में अमेरिका के लिए चुनौती बढ़ा दी है. एक तरफ अमेरिका को रेस्क्यू ऑपरेशन भी चलाना है क्योंकि 31 अगस्त की डेडलाइन करीब आ चुकी है. तो दूसरी ओर ISIS के आतंकियों से भी निपटना है.
काबुल: अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट के पास दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों द्वारा भीड़ पर किए गए हमले में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई. एक के बाद एक हुए तीन फिदायीन हमलों में 13 अमेरिकी सैनिकों की जान गई. जबकि 60 से ज्यादा अफगानी नागरिकों की मौत हुई है. काबुल प्रशासन के मुताबिक हमले में 150 से ज्यादा लोग बुरी तरह घायल हुए हैं, हमले की जिम्मेदारी ISIS खोरासान ने ली है. भारतीय समय के मुताबिक रात करीब पौने तीन बजे अमेरिकी राष्ट्रपति ने मीडिया को पूरे हालात पर ब्रीफिंग दी और कहा कि हमला करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. एहतियात के तौर पर अब काबुल एयरपोर्ट के बाहर सुरक्षा व्यवस्था को और बढ़ा दिया गया है. जो बाइडेन ने कहा, ''इस हमले को अंजाम देने वालों के साथ-साथ अमेरिका को नुकसान पहुंचाने की इच्छा रखने वाले कोई भी व्यक्ति ये जान ले कि हम तुम्हे माफ नहीं करेंगे. हम तुम्हे नहीं भूलेंगे. हम तुम्हे मार गिराएंगे, तुम्हें भुगतान करना ही होगा. हम अपने और अपने लोगों के हितों की रक्षा करेंगे."More Related News