कानपुर में 1984 के सिख दंगों से जुड़े सबूत मिलने का दावा, मकान मालिक ने क्या कहा?
BBC
मकान मालिक ने कहा- 15-20 मिनट जाँच-पड़ताल करने के बाद टीम चली गई. मुझे नहीं पता कि मेरे घर में कहां उन्हें ख़ून के धब्बे मिल गए, कहां शव जलाने के निशान मिल गए. और क्या कहा मकान मालिक ने? क्या है पूरा मामला?
कानपुर में साल 1984 में हुए सिख दंगों की जाँच कर रही एसआईटी ने दस अगस्त को दावा किया कि एक घर के दो बंद पड़े कमरों में उन्हें 36 साल पुरानी घटना के कई साक्ष्य मिले हैं जिनमें मानव रक्त और शरीर के कुछ नमूनों के अलावा शवों को जलाए जाने के साक्ष्य भी शामिल हैं. लेकिन उसी मकान में रह रहे मौजूदा मकान मालिक ने इन सभी दावों को ख़ारिज कर दिया है. मकान मालिक का कहना है कि उनके पिता ने साल 1990 में यह मकान ख़रीदा था और तब से उनके घर में न तो कोई कमरा बंद पड़ा है और न ही दस अगस्त को आई एसआईटी टीम ने ऐसे कोई साक्ष्य यहां से जुटाए हैं. एसआईटी ने जिन दो कमरों के बंद होने और वहां से साक्ष्य जुटाने का दावा किया है, बीबीसी की टीम अगले ही दिन जब वहां पहुँची तो उन कमरों में पुताई का काम चल रहा था. हालांकि विशेष जाँच दल यानी एसआईटी अपनी बात पर क़ायम है.More Related News