कांग्रेस के एक सदस्य के लिए राजनीतिक विकल्प बनने के क्या अर्थ हैं
The Wire
'देश को एक राजनीतिक विकल्प देने के लिए मेरी अपनी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को अपने असली अस्तित्व को फिर से खोजने की ज़रूरत होगी.'
‘विकल्प’ और खासतौर से ‘राष्ट्रीय विकल्प’ एक ऐसा विचार है जो इन दिनों अक्सर कई राजनीतिक चर्चाओं में सुनाई देता है. कुछ लोग राष्ट्रीय विकल्प के न होने पर दुख व्यक्त करते हैं; कुछ इसके लिए एक साथ आने का दावा करते हैं. कुछ के ‘राष्ट्रीय विकल्प’ के तौर पर उभरने की घोषणा की जाती है और फिर कुछ अन्य अपने ऐसा होने का दावा करते हैं.
वर्तमान व्यवस्था के विकल्प का विचार महत्वपूर्ण है. भारतीय लोकतंत्र एक नहीं, बल्कि कई विकल्पों का हकदार है. लेकिन वास्तव में ऐसा क्या है जिसके लिए हमें विकल्पों की जरूरत है? अधिकांश लोगों के लिए इस सवाल का जवाब चुनाव के रोज़ किसी भी तरह भाजपा का विकल्प बनने; या देश के मसीहा रूप में नरेंद्र मोदी की छवि का विकल्प बनने तक सीमित है.
लेकिन इनमें से कुछ भी देश के लिए किसी पार्टी, गठबंधन या नेता को राजनीतिक विकल्प नहीं बना देता. एक राजनीतिक विकल्प को न केवल सरकार में बैठे लोगों और प्रतीकों का विकल्प होना चाहिए, बल्कि देश को चलाने वाली सत्ता की संरचना का भी विकल्प बनना चाहिए.
आज हमारे देश को चलाने वाली सत्ता की संरचना तीन इजारेदारों का गठबंधन है: