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कांग्रेस के आरोपों पर ICICI Bank की दो टूक... SEBI चीफ को लेकर दी सफाई, शेयर पर दिखा ये असर
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SEBI की चीफ माधबी पुरी बुच पर कांग्रेस के आरोपों पर प्राइवेट सेक्टर के आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने स्पष्टीकरण देते हुए साफ कहा है कि रिटायरमेंट के बाद बैंक या इसकी अन्य ईकाई ने उन्हें कोई सैलरी या ईएसओपी नहीं दिया है.
आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने कांग्रेस की ओर से मार्केट रेग्युलेटर सेबी (SEBI) की चीफ माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) पर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज किया है. बैंक ने इस विवाद में अपना स्पष्टीकरण देते हुए दो टूक कहा है कि सेबी चेयरपर्सन के रिटायरमेंट के बाद उनके सेवानिवृत्ति लाभों के अलावा किसी भी तरह का कोई वेतन या कोई ईएसओपी नहीं दिया गया है. बता दें कि बुच को मुद्दा बनाते हुए भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने सोमवार को दावा किया था कि SEBI चीफ साथ तीन जगहों ICICI बैंक, ICICI प्रुडेंशियल और SEBI से एक साथ सैलरी ले रही थीं. हालांकि, इस विवाद में नाम आने का असर ICIC Bank Share पर दिखा है और ये मंगलवार को गिरावट के साथ लाल निशान पर खुला.
ICICI बैंक ने क्या कहा? कांग्रेस के आरोपों के बाद इन पर अपना स्पष्टीकरण देते हुए आईसीआईसीआई बैंक ने कहा है कि ICICI Bank या इसकी अन्य ईकाई ने माधबी पुरी बुच को उनके रिटायरमेंट के बाद सिर्फ रिटायरमेंट लाभ दिए हैं, इसके अलावा कोई सैलरी या कोई ईएसओपी नहीं दिया है. बैंक के स्टेटमेंट में कहा गया कि यह ध्यान देने वाली बात है कि SEBI चीफ ने बैंक से 31 अक्टूबर, 2013 से रिटायरमेंट ऑप्शन चुना था. ग्रुप के साथ अपने रोजगार के दौरान उन्हें बैंक की तय की गई नीतियों के अनुसार ही सैलरी, बोनस, ESOP और रिटायरमेंट बेनेफिट्स मिला था, जबकि रिटायरमेंट के बाद कोई एक्स्ट्रा बेनेफिट नहीं दिया गया.
कांग्रेस ने लगाए थे ये आरोप बीते दिनों अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) ने सेबी चीफ पर गंभीर आरोप लगाए थे, इसके बाद से ही माधबी पुरु बुच कांग्रेस के निशाने पर हैं. सोमवार को कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा (Pawan Khera) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए SEBI चीफ को लेकर कई दावे किए थे. उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा था, "इस देश में शतरंज का खेल चल रहा है लेकिन खिलाड़ी कौन है, इस पर हम निर्णायक तौर पर पहुंचे नही हैं. अलग-अलग मोहरे हैं. उनमें से एक मोहरे के विषय पर बात करने हम हैं, जिनका नाम है माधबी पुरी बुच." उन्होंने कहा था कि माधबी बुच, SEBI की मेंबर थीं, उसके बाद 2 मार्च 2022 को चेयरपर्सन बनीं, लेकिन SEBI चीफ बनने तक वे तीन जगहों से सैलरी ले रही थीं. वो ICICI बैंक, ICICI प्रुडेंशियल और SEBI से एक साथ सैलरी ले रही थीं.
पवन खेड़ा ने आंकड़े पेश करते हुए आगे कहा था कि सेबी अध्यक्ष माधबी पुरी बुच को 2017 और 2024 के बीच ICICI बैंक से 16.8 करोड़ रुपये की नियमित आय प्राप्त हुई. उन्होंने सवाल खड़ा किया कि अगर आप पूर्णकालिक सेबी सदस्य हैं, तो आप ICICI बैंक से वेतन क्यों ले रही थीं. यही नहीं ESOP और इसका TDS भी ICICI बैंक से ले रही थीं. इन्हें लेकर आईसीआई बैंक ने स्टेटमेंट जारी कर स्थिति साफ की है.
ICICI Bank के शेयर पर नजर सेबी चीफ पर आरोपों में ICICI Bank का नाम शामिल किए जाने और इस पर बैंक के स्पष्टीकरण का असर आज इस बैंकिंग स्टॉक पर देखने को मिला है. बीते कारोबारी दिन जब कांग्रेस की ओर से ये आरोप लगाए गए थे, तब ICICI Bank Share मामूली गिरावट के साथ क्लोज हुआ था. 1239 रुपये पर ओपन होने के बाद ये शेयर Stock Market में कारोबार खत्म होने पर 1229.05 रुपये पर बंद हुआ था. वहीं मंगलवार को भी इस शेयर में गिरावट देखने को मिली है. शुरुआती कारोबार में ये शेयर टूटकर 1227.20 रुपये पर खुला और कुछ ही मिनटों में 122.05 रुपये तक टूट गया.
(नोट- शेयर बाजार में किसी भी निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)
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