क़तर ने कहा- इस्लामिक शासन चलाना है तो हमसे सीखो
BBC
क़तर खाड़ी के देशों में अहम खिलाड़ी बनकर उभरा है. सऊदी के साथ विवाद हुआ तो क़तर झुका नहीं. तालिबान का मामला आया तो क़तर की भूमिका सबसे अहम रही. अब वही क़तर तालिबान से नाराज़ है.
तालिबान के साथ वार्ता शुरू कराने में क़तर की अहम भूमिका रही है. लेकिन अब क़तर ने अफ़ग़ानिस्तान की कमान संभालने के बाद तालिबान के रुख़ से गहरी नाराज़गी जताई है. क़तर ने कहा कि लड़कियों पर तालिबान का फ़ैसला बेहद निराश करने वाला है.
क़तर ने कहा कि यह पीछे ले जाने वाला फ़ैसला है. क़तर के विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने कहा कि तालिबान को क़तर में देखना चाहिए कि इस्लामिक शासन कैसे चलता है.
क़तर के विदेश मंत्री ने गुरुवार को यूरोपियन यूनियन विदेश नीति के प्रमुख जोसेफ़ बोरेल के साथ राजधानी दोहा में प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान ये बात कही है. तालिबान ने सत्ता में आने के बाद अफ़ग़ान महिला सेकेंडरी स्कूलों को खोलने की अनुमति नहीं दी थी.
क़तर के विदेश मंत्री ने कहा, ''अफ़ग़ानिस्तान में हाल के फ़ैसले दुर्भाग्यपूर्ण हैं. यह बहुत ही निराशाजनक है और पीछे ले जाने वाला फ़ैसला है.''
पिछले महीने अफ़ग़ानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद से और उसके पहले से ही क़तर पूरे मामले में बेहद ख़ास रहा है. क़तर ने तालिबान के आने के बाद से काबुल एयरपोर्ट से हज़ारों की संख्या में विदेशी नागिरकों और अफ़ग़ानों को निकाला है.