
कश्मीर: 32 साल में पहली बार मनाई गई जन्माष्टमी? नहीं, झूठा है दावा
The Quint
Janmashtami Celebration in Srinagar Fact Check। श्रीनगर में 32 साल बाद मनाई गई जन्माष्टमी? गलत दावा। बीते सालाों में भी मनाया गया था त्योहार। Janmashtami celebrated after 32 years in Srinagar? Wrong Claim।Celebration was celebrated in past years too
कश्मीरी पंडितों ने सोमवार, 30 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीनगर (Srinagar) में एक झांकी निकाली. इसे लेकर कई मीडिया आउटलेट्स और सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया कि ऐसा 32 साल बाद हुआ है. हालांकि, हमें बीते कई सालों जैसे कि 2004 से ऐसे कई उदाहरण मिले कि श्रीनगर में ये त्योहार मानाया जाता रहा है.दावा'Organiser Weekly' नाम के एक ट्विटर हैंडल ने श्रीनगर के लाल चौक पर झांकी निकालते वीडियो को शेयर कर दावा किया कि, ''32 सालों में ऐसा पहली बार है जब कश्मीर में जन्माष्टमी की झांकी यात्रा निकाली गई.''पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)इसी तरह News18 और Zee News ने भी एक जैसी हेडलाइन के साथ ही आर्टिकल पब्लिश किए. इनमें से एक की हेडलाइन थी, ''श्रीनगर में 32 साल में पहली बार मनाई गई जन्माष्टमी, लाल चौक में झांकी यात्रा निकाली गई.''ADVERTISEMENTOpindia ने भी अपने आर्टिकल में बताया कि जन्माष्टमी की झांकी यात्रा 32 सालों में पहली बार लाल चौक पर इस तरह से निकाली गई है.Sudarshan News के एडिटर-इन-चीफ सुरेश चव्हाणके ने भी यही दावा किया. दूसरी तरफ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल ने ट्वीट कर लिखा, 'लालचौक पर जन्माष्टमी का जश्न, यही वो जगह है जहां 1992 में तिरंगा फहराना भी जान जोखिम में डालने जैसा था, ये सब पीएम मोदी के कारण संभव हो पाया है"पड़ताल में हमने क्या पायासोमवार 30 अगस्त के PTI आर्टिकल के मुताबिक, कश्मीरी पंडितों ने श्रीनगर में जन्माष्टमी की झांकी यात्रा निकाली. ये यात्रा हब्बा कदल में स्थित गणपतियार मंदिर से शुरू हुई और कई जगहों से होते हुए लाल चौक के घंटाघर तक पहुंची.ADVERTISEMENTआर्टिकल में आगे ये भी बताया गया है कि ये यात्रा 2 साल बाद निकाली गई थी. 2020 में कोविड महामारी की वजह से और 2019 में आर्टिकल 370 हटाने की वजह से लॉकडाउन लगा दिया गया था. इसलिए इन दो सालों में ये यात्रा नहीं निकाली गई.चलिए, अब नजर डालते हैं उन उदाहरणों पर जब श्रीनगर में जन्माष्टमी समारोह मनाया गया था.श्रीनगर में जन्माष्टमी समारोह की बीते सालों की तस्वीरेंहमने श्रीनगर में आयोजित किए गए बीते सालों के जन्माष्टमी समारोहों के विजुअल सर्च किए. हमें 2004, 2007, 2012, और 2018 की तस्वीरें मिलीं.नीचे दिए गए स्लाइडशो में Associated Press (AP), Getty images और Alamy सहित अन्य वेबसाइट...More Related News