
'कश्मीर फ़ाइल्स' पर क्या कह रहे हैं जम्मू में बसे कश्मीरी पंडित
BBC
साल 1990 में कश्मीरी पंडितों के विस्थापन पर बनी हिंदी फ़िल्म 'कश्मीर फ़ाइल्स' पर क्या कहते हैं, घाटी से आकर जम्मू में बसे कश्मीरी पंडित
फिल्म निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री की फ़िल्म 'द कश्मीर फ़ाइल्स' के चर्चा में आने के बाद से नगरोटा के पास जगती टाउनशिप में रहने वाले कश्मीरी पंडित परिवारों ने एक बार फिर अपनी 'घर वापसी' का सपना देखना शुरू किया है.
जगती टाउनशिप का निर्माण 2011 में किया गया था जहां इस समय लगभग 4000 विस्थापित परिवार रहते हैं.
लेकिन बहुचर्चित फिल्म को लेकर हो रही तीखी बहस के बीच यहाँ रह रहे परिवारों को अब इस बात की भी चिंता सताने लगी है कि क्या इस फिल्म की वजह से उनका घर वापस लौटने का रास्ता आसान होगा या उसमें और अधिक अड़चनें पैदा होंगी.
तीन दशक बीत जाने के बाद भी केंद्र और राज्य सरकारें कश्मीरी हिन्दुओं की घर वापसी सुनिश्चित नहीं करा पाई.
जहाँ एक तरफ जगती टाउनशिप में रहने वाले विस्थापित फिल्म की प्रशंसा करते हैं तो वहीं दूसरी ओर वो यह कहने से भी नहीं चूकते कि 1990 से लेकर आज तक उनके नाम पर फिल्में तो बहुत बनीं लेकिन उनके जीवन में कुछ भी नहीं बदला है.