कश्मीरी पंडितों के पलायन के समय कांग्रेस की नहीं, वीपी सिंह की सरकार थी: शरद पवार
The Wire
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ में दिखाया गया है कि उस समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, जबकि ऐसा नहीं है. यह बाद दोहराते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि उस समय कश्मीरी पंडितों के विस्थापन और हत्याओं की भाजपा ने निंदा तक नहीं की थी.
पुणे/मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ में दिखाया गया है कि उस समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, जबकि ऐसा नहीं है और उस वक्त वीपी सिंह की सरकार थी.
पवार ने दावा किया कि वीपी सिंह की सरकार को भाजपा के कुछ सदस्यों का समर्थन हासिल था. पवार ने कहा कि भाजपा की ही मदद से मुफ्ती मोहम्मद सईद केंद्रीय गृह मंत्री बने थे.
राकांपा नेता ने पुणे के बारामती में पत्रकारों से कहा कि जम्मू कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल जगमोहन का कांग्रेस से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं था.
पवार ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी को दोषी ठहराने के लिए यह दिखाने का प्रयास किया जा रहा है जब यह सब कुछ हुआ तब कांग्रेस देश पर शासन कर रही थी, लेकिन अगर हम इसका अध्ययन करें, तो यह (कश्मीरी पंडितों का पलायन) तब हुआ जब विश्वनाथ प्रताप सिंह देश का नेतृत्व कर रहे थे. अब इस मुद्दे पर हल्ला मचा रही भाजपा के कुछ लोग उस समय सिंह का समर्थन कर रहे थे.’