
कर्नाटक: ठेकेदार की मौत के मामले में मंत्री ईश्वरप्पा पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस
The Wire
ठेकेदार संतोष पाटिल ने चार करोड़ रुपये की एक परियोजना में निवेश किया था. कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा पर आरोप है कि वे परियोजना से संबंधित भुगतान को मंजूरी देने के एवज में 40 प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहे थे.
बेंगलुरु: कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायती राज (आरडीपीआर) मंत्री केएस ईश्वरप्पा के खिलाफ एक ठेकेदार की मौत को लेकर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने बुधवार को जानकारी दी.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ईश्वरप्पा को इस मामले में प्रथम आरोपी बनाया गया है. ठेकेदार संतोष पाटिल उडुपी के एक लॉज में संदिग्ध अवस्था में मृत पाए गए थे.
पुलिस ने प्राथमिकी मृतक के भाई प्रशांत पाटिल की शिकायत के आधार पर दर्ज की है. संतोष पाटिल ने मंत्री के खिलाफ रिश्वत मांगने के आरोप लगाए थे. प्रशांत की ओर से दर्ज प्राथमिकी में, मंत्री ईश्वरप्पा और उनके स्टाफ के दो सदस्यों रमेश और बसवराज को आरोपी बनाया गया है.
पुलिस को दी शिकायत में प्रशांत पाटिल ने कहा है कि उनके भाई संतोष पाटिल ने हिंडालगा गांव में चार करोड़ रुपये के काम की एक परियोजना ली और उसमें निवेश किया था. काम का बिल अब तक लंबित था. उन्होंने आरोप लगाया कि संतोष कई बार मंत्री ईश्वरप्पा से मिले थे और उनसे बिल को मंजूरी देकर धनराशि जारी करने का अनुरोध किया था, लेकिन ईश्वरप्पा के करीबी कर्मी बसवराज और रमेश उनसे 40 प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहे थे.