
करिअर को लेकर अनिश्चितता के बीच तनावपूर्ण स्थिति के बावजूद कई भारतीय छात्र यूक्रेन लौटे
The Wire
मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि केंद्र सरकार द्वारा यूक्रेन से लौटे मेडिकल छात्रों को भारतीय कॉलेजों में दाखिला न देने की बात कहने के बाद कई राज्यों से मेडिकल के अंतिम सालों के विद्यार्थी यूक्रेन लौट गए हैं और कई अन्य जाने की योजना बना रहे हैं. छात्रों का कहना है कि उनके पास करिअर बचाने का कोई और विकल्प नहीं है.
नई दिल्ली: फरवरी महीने में रूसी हमले के बाद यूक्रेन से वापस देश में आए कई राज्यों के मेडिकल छात्र वहां की तनावपूर्ण स्थिति के बावजूद फिर यूक्रेन लौट गए हैं. साथ ही कई अन्य भी जाने की योजना बना रहे हैं.
डेक्कन हेराल्ड के अनुसार, केरल से आने वाले मेडिकल के अंतिम वर्ष के एक छात्र ने अख़बार को नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि उनकी जानकारी में कम से कम 90 छात्र यूक्रेन वापस जा चुके हैं और कई अन्य, जिनमें लड़कियां भी शामिल हैं, आगामी हफ़्तों में वापस जाने की योजना बना रहे हैं.
छात्र के अनुसार, अंतिम वर्ष के छात्र मुख्य रूप से अपने जोखिम पर लौटने का विकल्प चुन रहे हैं क्योंकि वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि पाठ्यक्रम पूरा होने पर उन्हें ऑफलाइन एजुकेशन सर्टिफिकेट मिल सके. छात्र मोल्दोवा जैसे पड़ोसी देशों के जरिये यात्रा कर रहे हैं और यूक्रेन की सीमाओं को पार कर रहे हैं. छात्र ने बताया कि वे पश्चिमी यूक्रेन के अपेक्षाकृत सुरक्षित हिस्सों में रह रहे हैं.
एक इमिग्रेशन अधिकारी ने बताया कि चूंकि इस क्षेत्र में कोई यात्रा प्रतिबंध नहीं है, इसलिए छात्रों को यात्रा करने से नहीं रोका जा सकता है, केवल सलाह दी जा सकती है.