करतारपुर कॉरिडोर: बंटवारे के वक़्त बिछड़े, करीब 75 साल बाद मिले दो भाई और लगी आंसुओं की झड़ी
BBC
मोहम्मद सिद्दीक़ और मोहम्मद हबीब नाम के दो भाई बंटवारे के वक़्त बिछड़ गए. सिद्दीक़ पाकिस्तान चले गए और हबीब भारत में रह गए. जब दोनों मिले तो क्या हुआ, पढ़िए
"इमरान ख़ान से कहो न कि मुझे वीज़ा दे. भारत में मेरा कोई नहीं है."
"तुम पाकिस्तान आओ, मैं तुम्हारी शादी करा दूंगा."
यह उन दो भाइयों की बातचीत का एक हिस्सा है जो आज़ादी के बाद अब पहली बार मिले हैं.
मोहम्मद सिद्दीक़ और मोहम्मद हबीब की ये नायाब मुलाक़ात उन लाखों लोगों की आखों में बरसों बरस रहा एक ख्वाब है, जिनके लिए आज़ादी के साथ हुआ विभाजन सिर्फ़ एक कहानी भर नहीं है.
ये दोनों भाई बंटवारे के वक़्त तब बिछड़ गए थे, जब उनका परिवार अफ़रा-तफ़री में जालंधर से पाकिस्तान के लिए रवाना हुआ. उनके पिता की मौत हो गई. सिद्दीक़ अपनी बहन के साथ पाकिस्तान पहुंच गए. हबीब अपनी माँ के साथ यहीं रह गए. मां की बाद में मृत्यु हो गई.