
कब्जा जमाते ही तालिबान की असलियत आई सामने, यूनिवर्सिटीज में एक साथ नहीं पढ़ सकेंगे लड़के-लड़कियां
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अफगानिस्तान पर तालिबान को कब्जे किए हुए 15 दिन होने वाले हैं. 15 अगस्त को कट्टरवादी संगठन के लड़ाकों ने राजधानी काबुल पर कब्जा जमा लिया था, जिसके बाद से ही पूरे देश में तालिबान राज की शुरुआत हो गई.
अफगानिस्तान पर तालिबान को कब्जे किए हुए 15 दिन होने वाले हैं. 15 अगस्त को कट्टरवादी संगठन के लड़ाकों ने राजधानी काबुल पर कब्जा जमा लिया था, जिसके बाद से ही पूरे देश में तालिबान राज की शुरुआत हो गई. तालिबान ने इस बार पिछली बार के मुकाबले काफी बदलाव के वादे किए थे, लेकिन जैसे-जैसे समय बीत रहा है, उसकी असलियत दुनिया के सामने आने लगी है. दरअसल, तालिबान के प्रवक्ता ने महिलाओं को कई तरह की छूट देने का ऐलान किया था, लेकिन अब बंदिशें लगाने की शुरुआत कर दी है. तालिबान ने यूनिवर्सिटीज में लड़कियों और लड़कों के साथ में पढ़ने पर रोक लगा दी है. Acting Taliban Minister of Higher Education: Girls and boys will no longer be able to study together in universities and will continue to study in separate classes in accordance with Islamic law.
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.