कन्हैया क्या बिहार कांग्रेस की नैया पार लगा पाएँगे?
BBC
कन्हैयार कुमार के कांग्रेस में शामिल होने को बिहार कांग्रेस में नई जान फूंकने की कोशिश बताया जा रहा है.
कन्हैया कुमार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के ज़मीनी कैडर के बावजूद 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बेगूसराय से क़रीब साढ़े चार लाख वोटों के भारी अंतर से हार गए थे.
क़रीब दो साल बाद उन्होंने सीपीआई का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ थाम लिया है और अब उन्हें लेकर दावा किया जा रहा है कि वो बिहार प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की नाव पार लगाएंगे.
कई लोग उन्हें राष्ट्रीय जनता दल के नेता और लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव के लिए चुनौती के तौर पर भी पेश करने की कोशिश कर रहे हैं.
ताज़ा घटनाक्रम से इस नाते बिहार में महागठबंधन के सबसे बड़े दल राष्ट्रीय जनता दल में चिंता होनी चाहिए लेकिन पार्टी इसे कोई मुद्दा नहीं मानती. हालांकि, पार्टी इस पर सीधे तौर पर कुछ कहने से बचती दिखाई देती है.
चुनौती और दिक़्क़तों को लेकर सवाल पूछे जाने पर राजद के वरिष्ठ विधायक भाई वीरेंद्र उलटे सवाल दाग़ते हुए कहते हैं, "कन्हैया कौन हैं?"