कन्हैया कुमार के बाद उदित राज का विरोध, कांग्रेस उम्मीदवार से खुश नहीं पूर्व विधायक, निशाने पर प्रदेश प्रभारी
AajTak
दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया ने अपने आवास साउथ एवेन्यू पर पूर्व विधायकों और मंत्रियों की बैठक बुलाई. जिसमें दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली भी मौजूद थे. उनकी मौजूदगी में पार्टी के कई नेताओं ने उदित राज का विरोध किया और दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया को भी जमकर खरीखोटी भी सुनाई.
कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी के नेताओं में विरोध का स्तर रोजाना बढ़ता जा रहा है. पहले उत्तर पूर्वी दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार कन्हैया कुमार को लेकर दिल्ली कांग्रेस की बैठक में पूर्व सांसद संदीप दीक्षित में जमकर विरोध किया, तो अब उत्तरी पश्चिमी दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार उदित राज को लेकर विरोध तेज हो गया है.
रविवार को दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया ने अपने आवास साउथ एवेन्यू पर पूर्व विधायकों और मंत्रियों की बैठक बुलाई. जिसमें दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली भी मौजूद थे. उनकी मौजूदगी में पार्टी के कई नेताओं ने उदित राज का विरोध किया और दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया को भी खरीखोटी भी सुनाई. बता दें कि दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं. दिल्ली की 7 में से तीन सीटों पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों को उतारा है, जबकि चार सीटें AAP के खाते में आई हैं.
पार्टी नेताओं ने किए ये सवाल
दिल्ली कांग्रेस के सूत्रों की मानें तो कई पूर्व विधायकों ने दीपक बावरिया को लेकर अपशब्द तक कहे. पार्टी नेताओं ने दीपक बावरिया से मीटिंग के दौरान कहा कि जब उम्मीदवार के नाम का ऐलान हो चुका है तब आप पूर्व विधायकों, नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक बुला रहे हैं, लेकिन जब उम्मीदवार का चयन करना था, तब यह बैठक क्यों नहीं बुलाई गई.
कांग्रेस के ये नेता थे दावेदारी की रेस में
उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट एससी सीट है. उदित राज 2014 में बीजेपी से चुनाव लड़े थे और उसके बाद उन्होंने कांग्रेस जॉइन कर ली थी. इस सीट पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजकुमार चौहान, जय किशन शर्मा, कृष्णा तीरथ और राजेश लिलोठिया अपनी उम्मीदवारी का दम भर रहे थे, लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने उदित राज को टिकट दिया.
दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल में बीजेपी को बड़ी जीत मिलने के संकेत मिल रहे हैं. आम आदमी पार्टी को भ्रष्टाचार के आरोपों और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. सर्वे के अनुसार बीजेपी को 50 से अधिक सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि आम आदमी पार्टी 20 से कम सीटों पर सिमट सकती है.
दिल्ली दंगों के समय आम आदमी पार्टी की भूमिका पर सवाल उठे हैं. अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने पुलिस स्टेशन का दौरा किया था. भाजपा और कांग्रेस पर आरोप लगे कि वे दंगों के दौरान निष्क्रिय रहे. आम आदमी पार्टी ने अपने कोर वोटर मुस्लिम समुदाय का समर्थन खो दिया है. सर्वे के अनुसार, 83% मुस्लिम वोट आम आदमी पार्टी के पक्ष में थे, जो अब घटकर 20% रह गए हैं.
अरविंद केजरीवाल ने एग्जिट पोल्स पर प्रतिक्रिया देते हुए एक्स पर लिखा, कुछ एजेंसीज दिखा रही हैं कि गाली गलौज पार्टी की 55 से ज्यादा सीट आ रही हैं. पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों के पास फोन आ गए हैं कि 'AAP' छोड़ के उनकी पार्टी में आ जाओ, मंत्री बना देंगे और हर किसी को 15-15 करोड़ रुपये देंगे.
अमेरिका से प्रवासी भारतीयों को वापस भेजे जाने के मुद्दे पर विपक्षी सदन में हंगामा कर रहा है. हंगामे के कारण गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. इस बीच संसद परिसर में विपक्षी दलों के सांसदों ने प्रदर्शन किया. वे हाथों में तख्ती लिए नजर आए. इसपर लिखा था- बेड़ियों में हिंदुस्तान, नहीं सहेंगे ये अपमान. सांसद हाथ में हथकड़ी लेकर प्रदर्शन करते दिखे.