![कंगना से सामना, कांग्रेस की अंदरूनी कलह भी बनी चुनौती... मां प्रतिभा सिंह की सीट बचा पाएंगे विक्रमादित्य?](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202404/661a8b52d4329-vikrmaditya-singh-kangana-ranaut-134033208-16x9.png)
कंगना से सामना, कांग्रेस की अंदरूनी कलह भी बनी चुनौती... मां प्रतिभा सिंह की सीट बचा पाएंगे विक्रमादित्य?
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मंडी सीट अभी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के ही पास है. साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में मंडी लोकसभा सीट पर बतौर कांग्रेस की उम्मीदवार प्रतिभा सिंह ने जीत हासिल की थी. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी बीजेपी के महेश्वर सिंह को करीब 65 हजार वोटों से हराया था. इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी चुनाव जीत कर केंद्र की सत्ता पर भी काबिज हुई थी.
राजनीति संभावनाओं का खेल है और यहां कब कौन सा समीकरण बन जाए, कब कौन सा बदल जाए, कुछ कह नहीं सकते. उदाहरण के लिए हिमाचल को ही देख लीजिए, अभी कुछ दिन पहले ही जो विक्रमादित्य सिंह कांग्रेस से बागी हो रहे थे और उनकी मां हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह अपनी पार्टी के साथ अपने शिकवे बयां कर रही थीं, उन्होंने शनिवार को खुला ऐलान कर दिया कि, लोकसभा चुनाव में मंडी से कांग्रेस की तरफ से विक्रमादित्य सिंह चुनाव लड़ेंगे. हालांकि पार्टी की तरफ से आधिकारिक तौर पर उनके नाम का ऐलान होना बाकी है.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी इसके संकेत दिए हैं. दिल्ली में सीईसी की बैठक में भी माना जा रहा है कि विक्रमादित्य सिंह के नाम की चर्चा हुई है. सीएम सुक्खू ने कहा कि मंडी से हमें युवा नेता मिलेगा ये तय है. वहीं प्रतिभा सिंह ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह को सशक्त कैंडिडेट माना गया है.बता दें कि फिलहाल प्रतिभा सिंह ही इस सीट से सांसद हैं.
आज नहीं तो कल या फिर थोड़ी देर-सबेर में हो सकता है कि विक्रमादित्य सिंह के नाम पर ऑफिशियली मुहर लग ही जाएगी, लेकिन तब तक के लिए ये तो तय हो गया है कि बीजेपी से यहां की प्रत्याशी बनी फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के सामने कांग्रेस का बड़ा नाम मैदान में आ चुका है. इसलिए लोकसभा चुनाव में अब भाजपा के लिए इस सीट पर मुकाबला कड़ा होने वाला है और राजनीति की शुरुआती पहली ही पारी में कंगना रनौत का सामना कद्दावर और दिग्गज से होने जा रहा है, ऐसे में उनकी राह यहां आसान तो नहीं ही होने वाली है. एक नजर डालते हैं उन फैक्ट्स पर जो कंगना के लिए संसद की राह कठिन कर सकते हैं तो वहीं विक्रमादित्य के लिए आसान
पहले बात कंगना के बारे में कंगना रनौत किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं और बॉलीवुड में उनकी अलग ही धाक है. अभिनय की फील्ड में चले आ रहे किसी खेमे में शामिल होने के बजाय उन्होंने 'एकला चलो रे' की नीति अपना रखी है, और इसी दमखम के साथ उन्होंने फिल्म निर्माण में भी हाथ आजमा लिया है. रानी लक्ष्मीबाई को पोट्रे करती उनकी फिल्म मणिकर्णिका काफी सराही गई थी, तो वहीं कंगना को भी बॉलीवुड में क्वीन कहा जाता है. भारतीय जनता पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में बड़ा दाव खेलते हुए कंगना रनौत को मंडी सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है.
कंगना को मंडी से टिकट देने के पीछे सबसे बड़ी वजह ये है कि, वो हिमाचल के मनाली से आती हैं. वैसे हाल के दिनों में कंगना बहुत ऐक्टिव भी नजर आई हैं, चाहे वो राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होना हो या पीएम मोदी की बातों का समर्थन, कंगना ने ये सभी काम बढ़-चढ़ कर किया हैं. हाल के दिनों में उन्होंने कई इंटरव्यू भी दिए है जिसमें देश की आजादी और पीएम मोदी पर उनके बयान की खूब चर्चा हो रही है.
अब बात हिमाचल की मंडी सीट की मंडी सीट अभी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के ही पास है. साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में मंडी लोकसभा सीट पर बतौर कांग्रेस की उम्मीदवार प्रतिभा सिंह ने जीत हासिल की थी. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी बीजेपी के महेश्वर सिंह को करीब 65 हजार वोटों से हराया था. इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी चुनाव जीत कर केंद्र की सत्ता पर भी काबिज हुई थी. 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह मैदान में थे, जहां उन्होंने बीजेपी के महेश्वर सिंह को 14 हजार वोटों से हराया था. 2013 में वीरभद्र सिंह की मृत्यु हो जाने के बाद उपचुनाव हुए जिसमें प्रतिभा सिंह ने बीजेपी के जयराम ठाकुर को एक लाख से ज्यादा वोटों से हराया था.
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दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल में बीजेपी को बड़ी जीत मिलने के संकेत मिल रहे हैं. आम आदमी पार्टी को भ्रष्टाचार के आरोपों और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. सर्वे के अनुसार बीजेपी को 50 से अधिक सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि आम आदमी पार्टी 20 से कम सीटों पर सिमट सकती है.
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