ओमिक्रॉन का पांचवां वैरिएंट, रोजाना 3000 कोरोना केस, क्या देश में चौथे डोज का वक्त आ गया है? एक्सपर्ट्स ने बताया
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देश में तेजी से बढ़ रही कोविड की रफ्तार को लेकर मेडिकल एक्सपर्ट्स टेंशन में हैं. वहीं सरकार अलर्ट मोड में आ गई है. विशेषज्ञों का कहना है कि नए केसों में ओमिक्रॉन के XBB.1.16 वैरिएंट होने की आशंका है. हालांकि अभी कोरोना की चौथी डोज लेने की कोई जरूरत नहीं है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे सुरक्षित रहने का एकमात्र रास्ता सावधानी बरतना है.
भारत में कोविड-19 के केस लगातार बढ़ रहे हैं. पिछले दो दिन से लगातार 3 हजार से ज्यादा नए केस मिल रहे हैं. जबकि पॉजिटिविटी रेट 3 फीसदी के करीब पहुंच गई है. वहीं, मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि बीते कुछ दिनों में कोविड-19 की स्थिति तेजी से बदल रही है. केसों में लगातार वृद्धि हो रही है. नए केसों में ओमिक्रॉन के XBB.1.16 वैरिएंट होने की आशंका है. ऐसे में अब ये सवाल उठने लगा है कि इससे बचाव के लिए क्या कोविड की चौथी वैक्सीन लगवानी होगी?
आजतक ने मेडिकल एक्सपर्ट्स से पूछा कि ओमिक्रॉन के XBB.1.16 वैरिएंट से बचने के लिए क्या उपाय हो सकते हैं, क्या लोगों को कोविड की चौथी वैक्सीन लेनी होगी. इसे लेकर उन्होंने कहा कि भारत में कोविड-19 से बचाव के लिए युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन ड्राइव चलाई जा रही है. लोगों को बूस्टर डोज दी गई है, ताकि उनकी इम्युनिटी मजबूत हो सके. कोविड को हराने के बाद लोगों की इम्युनिटी काफी स्ट्रॉन्ग हो चुकी है. उन्होंने कहा कि जब हम इम्युनिटी की बात करते हैं, तो यह दो स्तर पर काम करती है. पहली- ये लोगों को सामान्य वायरस से बचाती है, दूसरी- यह संक्रमण के गंभीर परिणामों से सिक्योर करती है.
अलर्ट रहने की जरूरत
मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक ओमिक्रॉन के इस वैरिएंट से बचाव के लिए किसी वैक्सीन की नहीं, बल्कि बड़े स्तर पर सावधानी बरतने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जब संक्रमण बढ़ रहा हो, तो लोगों को ज्यादा अलर्ट होने की जरूरत है.
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