ओमिक्रॉनः वैक्सीन ले ली, फिर भी क्यों हो रहा है कोरोना संक्रमण?
BBC
कोरोना संक्रमण की ताज़ा लहर के दौरान कई ऐसे लोग भी वायरस की चपेट में आए हैं जो टीके लगवा चुके हैं, ऐसा क्यों हैं और इसे लेकर क्या कहते हैं एक्सपर्ट, पढ़िए.
दुनियाभर में कोरोना संक्रमण के मामलों में फिर से तेज़ी देखी जा रही है. अभी जारी लहर के लिए सबसे बड़ी वजह वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट को बताया जा रहा है.
ये वेरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ़्रीका में मिला. इस वेरिएंट की वजह से अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन जैसे देशों में रिकॉर्ड संख्या में संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. भारत में भी नए मामलों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है.
और ये स्थिति तब है जब भारत समेत सारी दुनिया में ज़्यादा से ज़्यादा लोगों के टीकाकरण की कोशिश जारी है. बड़ी आबादी को टीके लग भी चुके हैं लेकिन फिलहाल ऐसे भी मामले आ रहे हैं, जहां टीका लगवा चुके लोगों को भी संक्रमण हो रहा है. तो क्या अभी जो वैक्सीन हैं उनका ओमिक्रॉन पर असर नहीं होता?
वैक्सीन के असर को लेकर छिड़ी बहस के बीच पिछले साल दिसंबर में भारत के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यसभा में कहा था कि ऐसा 'कोई सबूत नहीं है जिससे यह साबित हो कि मौजूदा वैक्सीन ओमिक्रॉन वेरिएंट पर काम नहीं करतीं.'
ब्राज़ील के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रेनाटो कफोरी का भी कहना है कि कोरोना से बचाव की जो पहले दौर की वैक्सीन आई हैं उनका उद्देश्य फिलहाल बीमारी के गंभीर खतरों को कम करना है, यानी ऐसा ना हो कि संक्रमण हुआ भी तो अस्पताल जाने की नौबत आ जाए, या संक्रमण जानलेवा बन जाए.