ओबीसी आरक्षण, परिसीमन, वोटिंग फेज... जानें इस बार कितना अलग होगा यूपी में निकाय चुनाव
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यूपी में नगर निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. प्रदेश के 760 नगरीय निकायों में कुल 14684 पदों के लिए दो चरणों में वोट डाले जाएंगे. 4 और 11 मई को निकाय चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे, जबकि मतगणना 13 मई को होगी. तारीखों के ऐलान के साथ ही प्रदेश में आचार सहिंता लागू हो गई है.
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनावों की तारीखों का ऐलान हो गया है. प्रदेश की 760 नगरीय निकायों में कुल 14684 पदों के लिए दो चरणों में वोट डाले जाएंगे. 4 और 11 मई को निकाय चुनाव के लिए वोटिंग होगी, जबकि मतगणना 13 मई को होगी. प्रदेश की इन 760 निकायों के लिए मतदान पिछले साल दिसंबर में होने थे. कारण, इन निकायों का कार्यकाल 12 दिसंबर से 19 जनवरी के बीच खत्म हो चुका है. हालांकि, बात ओबीसी आरक्षण पर अटक गई थी. अब आरक्षण का मसला सुलझने के बाद चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है.
चुनाव आयोग ने रविवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव की तारीखों का ऐलान किया. इसके साथ ही प्रदेश में आचार सहिंता लागू हो गई है. इस बार का निकाय चुनाव पिछले बार यानी 2017 के चुनाव से कई तरह से अलग होगा. जिसके चलते लोगों के मन में कई तरह के सवाल हैं. ऐसे में आप यहां निकाय चुनावों से जुड़े सभी सवालों से जुड़े जवाब जान सकते हैं.
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EVM या बैलेट पेपर से होगा चुनाव?
प्रदेश के 17 महापौर और 1420 पार्षद के चुनाव EVM से होंगे. वहीं नगर पालिका और नगर पंचायत के पदों पर बैलट पेपर से मतदान होगा. नगर पालिका परिषद के 199 अध्यक्ष और 5327 सदस्यों का बैलट पेपर से वोट डाले जाएंगे. इसके अलावा 544 नगर पंचायत अध्यक्ष, 7178 सदस्यों का चुनाव भी मतपत्रों से होगा.
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