ओडिशा रेल हादसा: मृतकों के परिवार को मिलेंगे 12 लाख, प्रधानमंत्री और रेल मंत्रालय ने किया ऐलान
AajTak
ओडिशा के बालासोर में हुए तिहरे रेल हत्याकांड को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और रेल मंत्रालय ने बड़ा ऐलान किया है. इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के 12 लाख रुपये की धनराशि दी जाएगी. इसमें से 10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान रेल मंत्रालय ने किया है तो वहीं पीएम मोदी ने 2-2 लाख रुपये दिए जाने की घोषणा की है.
ओडिशा रेल हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. रात भर से चल रहे बचाव व राहत कार्य में अब तक कई घायलों को कटक, भुवनेश्वर और बालासोर के अस्पतालों में पहुंचाया गया है. वहीं ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने पुष्टि करते हुए कहा कि हादसे में 207 लोगों की मौत हो चुकी है और 900 लोग घायल हैं. ये हादसा शुक्रवार की शाम को हुआ था, जब मालगाड़ी, कोरोमंडल एक्सप्रेस और हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेनों की टक्कर हुई थी. इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को पीएम की ओर से दो लाख रुपये तो वहीं रेल मंत्रालय की ओर 10 लाख रुपये दिए जाने की घोषणा की गई है.
मृतक के परिजनों को रेल मंत्रालय देगा 10 लाख मुआवजा ओडिशा में हुए इस भयावह ट्रेन हादसे में 207 लोगों की जानें गई हैं. रेल मंत्राय की ओर से मृतकों के परिजनों को मुआवजा राशि देने का एलान कर दिया गया है. इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी. वहीं, इस हादसे में गंभीर रूप से घायल लोगों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी. रेल मंत्री, अश्विनी वैष्णव ने इस हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया ही साथ ही उन्होंने कहा कि, "इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए दो लाख रुपये, मामूली रूप से चोटिलों के लिए 50,000 रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी."
पीएमओ ने भी जारी की अनुग्रह राशि पीएम मोदी ने ओडिशा ट्रेन दुर्घटना पीड़ितों के लिए 2 लाख रुपये, घायलों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है. पीएमओ ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. पीएमओ कार्यालय ने इस बाबत ट्वीट किया, "ओडिशा में ट्रेन दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दिए जाएंगे, जबकि घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे."
रेलमंत्री से मांगा जा रहा है इस्तीफा ट्रेन हादसा सामने आने के बाद राजनीतिक दल और राजनेता जहां एक तरफ हादसे पर दुख जता रहे हैं तो वहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव बुरी तरह घिरते नजर आ रहे हैं. राजनीतिक दल उनके इस्तीफे की मांग करने लगे हैं. पश्चिम बंगाल में सत्तासीन तृणमूल कांग्रेस ने रेलमंत्री का इस्तीफा मांगा है. वहीं इससे पहले सीपीआई सांसद बिनोय विश्वम ने भी कहा कि इस हादसे की जिम्नेदारी लेते हुए रेल मंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए.
टीएमसी ने कही ये बात बता दें कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को पड़ोसी राज्य ओडिशा में हुए भीषण तिहरे रेल हादसे को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की है. टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र ऐसे हादसों को रोकने के लिए ट्रेनों में टक्कर रोधी उपकरणों इंस्टाल किए जाने के बजाय विपक्षी नेताओं की जासूसी करने के लिए सॉफ्टवेयर डेवलप करने पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है.
उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार "जनता को गुमराह" करके राजनीतिक समर्थन हासिल करने के लिए वंदे भारत ट्रेनों और नवनिर्मित रेलवे स्टेशनों का डींग हांक रही है, लेकिन सुरक्षा उपायों की उपेक्षा कर रही है.
भारतीय नौसेना के लिए चार दिसंबर का दिन खास है क्योंकि यह नौसेना दिवस है और इसे पहली बार ओडिशा के पुरी के ब्लू फ्लैग बीच पर मनाया जा रहा है. इस भव्य आयोजन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं. इस मौके पर भारतीय नौसेना ने घोषणा की है कि वे 26 राफेल लड़ाकू विमान और 3 स्कॉर्पीन पनडुब्बी की डील पूर्ण करने के करीब हैं. नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी से आज तक ने खास बातचीत की है.
स्वर्ण मंदिर के गेट पर सुखबीर बादल पर एक हमले की घटना घटी जब वे वहां सेवा कर रहे थे. एक शूटर ने चालाकी से हमला किया लेकिन वहां मौजूद पुलिस ने सही समय पर उसे विफल कर दिया. शूटर की गोली गुरुद्वारे की दीवार पर लगी. हमलावर नारायण सिंह खालिस्तान से जुड़ा पाया गया. उसने पहले बब्बर खालसा इंटरनेशनल के लिए काम किया था. अचानक हुए इस हमले के बाद, पुलिस द्वारा उसे गिरफ्तार कर लिया गया. सुखबीर बादल हमले के वक्त नीले वस्त्र में दिखाई दिए. इस घटना ने सिख समुदाय में सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है.
शिरोमणि अकाली दल के चीफ सुखबीर बादल पर हमला करने वाले नारायण सिंह का खतरनाक अतीत सामने आया है. अमृतसर पुलिस के अनुसार, नारायण सिंह बब्बर खालसा इंटरनेशनल जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से जुड़ा रहा है. 1984 के सिख विरोधी दंगों के बाद पाकिस्तान में ट्रेनिंग लेने वाला नारायण 2004 के बुडेल जेल ब्रेक में भी शामिल था. देखें पूरी क्राइम कुंडली
एकनाथ शिंदे अब अपनी शिवसेना के नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं. शिंदे ने बताया कि वह आज रात तक तय कर लेंगे कि वह फडणवीस सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल होंगे या नहीं. यानी अभी तक यह साफ नहीं है कि वह डिप्टी सीएम के तौर पर सरकार में शामिल होंगे या नहीं. राजनीतिक गलियारों में सुगबुगाहट है कि पार्टी नेताओं के साथ बाचतीत के बाद शिंदे बड़ा ऐलान कर सकते हैं.