
ऑनलाइन गेम्स जो आपको करोड़पति बना सकते हैं
BBC
भारत में ऑनलाइन गेमिंग का बाज़ार बढ़ने के साथ ही इसके टूर्नामेंट भी बढ़े हैं और अब कई कंपनियां इन टूर्नामेंट्स के लिए प्रोफेशनल खिलाड़ी तैयार कर रही हैं.
पंद्रह साल की उम्र में जब मीत महेशकुमार ब्रह्मदत्त ने ऑनलाइन गेमिंग शुरू की तो उस समय यह संभावना नहीं थी कि एक दिन वह भारत के टॉप ई-स्पोर्ट्स खिलाड़ियों में शामिल होंगे.
उनके अंदर जज़्बा और प्रतिभा तो पर्याप्त थी लेकिन जिसकी ज़रूरत सबसे ज़्यादा थी वह था टॉप मॉडल मोबाइल फ़ोन. गुजरात के एक छोटे से कस्बे हिमातनगर में की धीमी स्पीड और बार-बार बिजली गुल होने से मीत का एक सस्ता मोबाइल फ़ोन उम्मीद से ज़्यादा अटक-अटक कर चलता था.
मीत के माता-पिता भी अपने इकलौते बच्चे के ऑनलाइन गेमिंग के शौक को कुछ खास पसंद नहीं करते थे. ब्रह्मदत्त अब 23 साल के हो चुके हैं औल लोग उन्हें प्रिंस के नाम से भी पुकारते हैं.
प्रिंस कहते हैं, "जब भी मैं खेला, उन्होंने मुझे यह बंद करके पढ़ाई करने को बोला. वे तब तक मेरे इस शौक के खिलाफ रहे जब तक मैं एक प्रतियोगिता में इनाम के तौर पर पैसे नहीं जीता और उन पैसों से अपने पिता का कर्ज़ चुकाने में मदद की. इसके बाद उन्होंने कहा, ठीक है तुम ये कर सकते हो."
साल 2019 की बात है, जब प्रिंस और उनके तीम टीम सदस्यों ने PUBG (प्लेयर अननोन्स बैटलग्राउंड) का मोबाइल क्लब ओपन (PMCO) प्रतियोगिता में हिस्सा लिया. इस प्रतियोगिता में प्रिंस अपनी टीम के साथ तीसरे पायदान पर रहे और इनाम के तौर पर उन्हें 20 हज़ार डॉलर यानी आज के रेट के हिसाब से करीब 14 लाख 88 हज़ार रुपये से ज़्यादा की राशि मिली.