ऑनलाइन एजुकेशन से बच्चों में बढ़ रहे हैं इस खतरनाक बीमारी के लक्षण, जानें इससे बचने के उपाय
ABP News
मोबाइल-लैपटॉप पर घंटों ऑनलाइन पढ़ाई करते हुए बच्चे कई तरह के आई-गैजेट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं जिससे उनकी आंखों पर बुरा असर पड़ रहा है. यह पैरेंट्स और शिक्षक दोनों की चिंता का विषय है.
कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बाद से अब पढ़ाई-लिखाई डिजिटल मोड में ही चल रही. ऑनलाइन एजुकेशन अब कई स्कूलों में लागू है. इस बीच ऑनलाइन स्टडी के लिए छात्रों के बीच तरह-तरह के गैजेट्स का चलन भी बढ़ रहा है. मोबाइल-लैपटॉप पर घंटों ऑनलाइन पढ़ाई करते हुए बच्चे कई तरह के आई-गैजेट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं जिससे उनकी आंखों पर बुरा असर पड़ रहा है.
हाल में न्यू पनवेल स्थित आरजे शंकर आई हॉस्पिटल द्वारा किए गए एक सर्वे के अनुसार, स्कूल और कॉलेज के छात्रों में 'ब्लर-विजन' की समस्या लगातार बढ़ रही है. इसे अपवर्तन दोष (Refractive Error) यानी अंधापन कहा जाता है. इसमें मरीज की आंखों द्वारा प्रकाश को रेटिना के ऊपर फोकस न कर पाना बल्कि रेटिना के पहले या बाद में फोकस करने की समस्या आती है.