![‘ऐ महराज! राशन-पानी पर केहू वोट देला, हमार वोट फिक्स बा’](http://thewirehindi.com/wp-content/uploads/2022/03/Purvanchal-Voters-Sandeep-Photo-Manoj-Singh.jpg)
‘ऐ महराज! राशन-पानी पर केहू वोट देला, हमार वोट फिक्स बा’
The Wire
ग्राउंड रिपोर्ट: पूर्वांचल में मीडिया के एक तबके द्वारा बनाए गए ‘लाभार्थी नैरेटिव’ पर स्थानीय लोगों की बढ़ी हुई राजनीतिक चेतना हावी दिखती है. मीडिया में हो रही बहस के उलट ज़मीन पर तस्वीर कुछ अलग ही है.
गाजीपुर: यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा कल्याणकारी योजनाओं को अपने पक्ष में तुरूप का पत्ता मान रही है और दावा किया जा रहा है कि भाजपा ने एक नया वोट बैंक ‘लाभार्थी ’ तैयार कर लिया है.
कुछ विश्लेषक भी कह रहे हैं कि राशन, आवास, पेंशन, शौचालय, किसान सम्मान निधि, असंगठित क्षेत्र के कामगारों के खाते में नकद हस्तांतरण (ई श्रम कार्डधारक) को पोर्टल सहित तमाम योजनाओं से गरीबों को बहुत लाभ हुआ है और वे भाजपा के पक्ष में वोट कर रहे हैं. यह प्रचार जितना मीडिया और बहस में है, उतना जमीन पर नहीं दिख रहा है.
पूर्वांचल में ‘लाभार्थी नैरेटिव’ पर लोगों की बढ़ी हुई राजनीतिक चेतना हावी दिख रही है. फुटपाथ पर ठेला लगाकर भूजा बेचने वाले से लेकर ईंट ढोने वाले मजदूर बातचीत में महंगाई, बेरोजगारी, कठिन होती जा रही अपनी जिंदगी के बारे में मुखर होकर चर्चा करते मिले.
साथ ही यह तथ्य पता चला कि इन सरकारी योजनाओं के दायरे में नहीं आ पाने वाले लोगों की भी बड़ी संख्या है और ऐसे लोगों को लगता है कि उनके साथ भेदभाव किया गया है.