एयर इंडिया की टाटा ग्रुप में 'घर वापसी' से क्या बदलेगा?
BBC
नमक से सॉफ़्टवेयर तक का कारोबार करने वाले टाटा समूह ने कर्ज़ में डूबी सरकारी एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया की 100 फ़ीसदी हिस्सेदारी 18,000 करोड़ रुपये में खरीद ली है.
नमक से सॉफ़्टवेयर तक का कारोबार करने वाले टाटा समूह ने कर्ज़ में डूबी सरकारी एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया की 100 फ़ीसदी हिस्सेदारी 18,000 करोड़ रुपये में खरीद ली है.
इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग) के सचिव तुहीन कांत पांडेय ने बताया कि टाटा सन्स की कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड ने एयर इंडिया खरीदने के लिए 18,000 करोड़ रुपये की विजेता बोली लगाई थी.
उन्होंने जानकारी दी कि टाटा के विनिवेश की प्रक्रिया साल 2021 के दिसंबर तक पूरी हो जाएगी. ग़ौरतलब है कि एयर इंडिया को खरीदने के लिए सात कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई थी.
एयर इंडिया को खरीदने की दौड़ में टाटा सन्स ने स्पाइस जेट के प्रमोटर को मात दी. क़ीमत के तौर पर टाटा सन्स एयर इंडिया के 15,300 करोड़ रुपये के कर्ज का ज़िम्मा लेगा बाक़ी रकम का वो नकद में भुगतान करेगा.
'दीपम' के सचिव तुहीन कांत पांडेय ने बताया कि एयर इंडिया की नीलामी में दोनों ही कंपनियों ने रिज़र्व प्राइस से ज़्यादा की बोली लगाई थी.