
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने झूठी ख़बरों को लताड़ा, कहा- पेगासस प्रोजेक्ट के तथ्यों के साथ हैं
The Wire
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने अपनी इज़रायल इकाई द्वारा जारी एक हिब्रू बयान को ग़लत तरीके से उद्धृत करने, ग़लत अनुवाद करने और ग़लत व्याख्या करने वाली कुछ वेबसाइटों की ख़बरों को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया है. संगठन की ओर से कहा गया है कि इन ख़बरों का इस्तेमाल मोदी सरकार द्वारा उन आरोपों को ख़ारिज करने के प्रयास में किया जा रहा है कि भारत में एक आधिकारिक एजेंसी पत्रकारों और विपक्षी राजनेताओं की जासूसी कर रही है.
नई दिल्ली: पेगासस प्रोजेक्ट और उसके लीक हुए डेटाबेस पर एमनेस्टी इंटरनेशनल इजरायल द्वारा जारी एक हिब्रू बयान को गलत तरीके से उद्धृत करने, गलत अनुवाद करने और गलत व्याख्या करने वाली कुछ वेबसाइट की खबरों का इस्तेमाल मोदी सरकार द्वारा उन आरोपों को ख़ारिज करने के प्रयास में किया जा रहा है कि भारत में एक आधिकारिक एजेंसी पत्रकारों और विपक्षी राजनेताओं की जासूसी कर रही है. की रिपोर्ट को मोदी सरकार द्वारा उन आरोपों को खारिज करने के प्रयास में इस्तेमाल किया जा रहा है कि भारत में एक आधिकारिक एजेंसी पत्रकारों और विपक्षी राजनेताओं की जासूसी कर रही है. पेगासस प्रोजेक्ट के संबंध में सोशल मीडिया पर झूठे आरोप और गलत मीडिया खबरों के जवाब में गुरुवार दोपहर को जारी एक तीखे शब्दों वाले आधिकारिक बयान में एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा, ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल साफ तौर पर पेगासस प्रोजेक्ट के निष्कर्षों पर कायम है और डेटा निर्विवाद रूप से एनएसओ ग्रुप के पेगासस स्पायवेयर के संभावित लक्ष्यों से जुड़ा हुआ है. सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही झूठी अफवाहों का उद्देश्य पत्रकारों, कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों के व्यापक गैरकानूनी निगरानी से ध्यान हटाना है, जो पेगासस प्रोजेक्ट ने सामने लाया है.’ एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा है कि वह जल्द ही एमनेस्टी इंटरनेशनल इजराइल के बयान का अंग्रेजी अनुवाद जारी करेगा.More Related News