एक हफ्ते बाद किडनैपर्स के चंगुल से छूटा 12 साल का अखंड, किडनैपिंग से लेकर रेस्क्यू तक दिलचस्प है कहानी
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यूपी के बस्ती में 12 साल के बच्चे की किडनैपिंग का केस सुलझ गया है. बच्चे को किडनैपर्स के चंगुल से छुड़ाने के लिए तीन थानों की पुलिस की टीम बनाई गई थी. बच्चे को 23 अप्रैल को किडनैप किया गया था.
उत्तर प्रदेश के बस्ती में 12 साल के बच्चे को एक हफ्ते बाद किडनैपर्स के चंगुल से छुड़ा लिया गया है. किडनैपर्स को पकड़ने के लिए तीन थानों की पुलिस की टीम लगा दी गई थी. अब जाकर पुलिस ने अखंड के दो किडनैपर्स को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार किए गए किडनैपर्स के नाम सूरज सिंह और आदित्य सिंह है. दोनों सगे भाई हैं.
पुलिस ने बताया कि किडनैपर्स ने बच्चे को सहजांवा की शिवपुरी कॉलोनी में तीन कमरे के एक घर में कैद कर रखा था. बच्चे के शरीर पर 13 से ज्यादा गंभीर चोटों के निशान हैं. एक हफ्ते तक किडनैपर्स के चंगुल में रहने के कारण बच्चे की हालत काफी नाजुक बनी हुई है. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
7वीं में पढ़ने वाले अखंड को किडनैपर्स ने 23 अप्रैल को किडनैप कर लिया था. मामला रूधौली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले रूधौली कस्बे का है. आरोपियों ने बच्चे को दिनदहाड़े किडनैप किया था. इतना ही नहीं, आरोपियों ने एक दुकानदार को फंसा दिया था.
हुआ ये था कि फिरौती मांगने के लिए आरोपियों ने एक दुकानदार के फोन से कॉल किया था. आरोपी पहले दुकान वाले के पास गए और फोन की बैटरी डिस्चार्ज होने का बहाना मारकर उससे फोन मांगा. उसी के फोन से आरोपियों ने अखंड के परिवार को फोन लगाकर 50 लाख की फिरौती मांगी.
दिनदहाड़े एक छोटे बच्चे के अगवा हो जाने पर मामले ने तूल पकड़ लिया. तुरंत बस्ती पुलिस को बच्चे को छुड़ाने के काम में लगाया गया, लेकिन जब पुलिस को कोई कामयाबी नहीं मिली तो तीन थानों की पुलिस की टीम बनाई गई. आईजी ने बस्ती, संत कबीर नगर और सिद्धार्थ नगर की पुलिस की टीम को लगा दिया.
करीब एक हफ्ते तक जांच-पड़ताल के बाद पुलिस आखिरकार अपराधियों को पकड़ने में कामयाब रही. फिलहाल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों ही आरोपियों पर NSA की कार्रवाई की जाएगी.
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