एक सीक्रेट डायरी, सोशल मीडिया ग्रुप और 7 किरदार... ऐसे जुड़े हैं कोलकाता-मैसूर से दिल्ली तक संसद कांड की साजिश के तार
AajTak
सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम आजाद, अमोल शिंदे, ललित झा और विक्की. ये वो नाम हैं जिन्होंने संसद को धुआं-धुआं करके रख दिया, संसद की तमाम चाक चौबंद सुरक्षा को हवा में गुब्बारे की तरह उड़ाकर रख दिया.
Parliament Color Smoke Attack: संसद के स्प्रे कांड ने समूचे देश को झकझोर दिया. बिल्कुल आतंकी हमले जैसी इस वारदात ने देश की तमाम खुफिया एजेंसियों समेत सुरक्षा एजेंसियों की पेशानी पर बल डाल दिए. चार लोगों ने देश के तमाम काबिल अफसरों को मिलाकर बनाई गई सुरक्षा एजेंसियों को जैसे सीधी सीधी चुनौती दे दी है. हालांकि अब इस मामले में पुलिस के हाथ खाली नहीं हैं. सभी आरोपी तो पुलिस के कब्जे में आ चुके हैं. लेकिन सबसे बड़ी कामयाबी यूपी एटीएस को मिली है, क्योंकि लखनऊ में सागर शर्मा के घर से एक डायरी मिली है. जो इस पूरी साजिश के बारे में कई खुलासे कर सकती है.
सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम आजाद, अमोल शिंदे, ललित झा और विक्की. ये वो नाम हैं जिन्होंने संसद को धुआं-धुआं करके रख दिया, संसद की तमाम चाक चौबंद सुरक्षा को हवा में गुब्बारे की तरह उड़ाकर रख दिया. नीचे से लेकर ऊपर तक सभी को हिलाकर रख दिया. अब ये तमाम आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है, पूछताछ चल रही है. बड़ी बात ये है जो नाम संसद कांड में सामने आए हैं, वो सभी अलग अलग राज्यों के हैं.
आरोपी नंबर- 1 - सागर शर्मा लखनऊ का रहने वाला है. - परिवार के मुताबिक बैटरी रिक्शा चलाता है. - 12वीं पास है, पिता कारपेंटर हैं. - पुलिस को इसके घर से डायरी मिली है.
आरोपी नंबर- 2 - मनोरंजन पेशे से इंजीनियर है. - कर्नाटक के मैसूर का रहने वाला है. - फेसबुक पर सागर से दोस्ती हुई थी.
आरोपी नंबर- 3 - नीलम, हरियाणा के जींद की रहने वाली है. - हिसार में सिविल सर्विसेज़ की तैयारी कर रही थी. - नीलम ने 6 डिग्रियां ले रखी हैं.
आरोपी नंबर- 4 - अमोल शिंदे महाराष्ट्र के लातूर का है. - ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की है. - पुलिस और सेना की भरर्ती के लिए तैयारी कर चुका है.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.