एक रेप पीड़िता की दास्तां: 'हर बार जब वो मुझे छूता है, पुराना सदमा लौट आता है'
BBC
भारत में बलात्कार के ख़िलाफ़ कड़े क़ानून होने के बावजूद महिलाएं अपने बलात्कारियों से ही शादी करने के लिए विवश क्यों?
उसने कहा, वो ना कह चुकी थी लेकिन लड़के ने कहा, यह कोई बड़ी बात नहीं है. वो उससे शादी करने वाला था, इसलिए वो बलात्कार नहीं था. लड़के ने इस घटना को याद करते हुए कहा, ये कोई अपराध नहीं था, उसके बाद उसने लड़की से शादी कर ली थी. इसलिए उसने जो किया, उसमें कुछ भी गलत नहीं था. उसके लिए यह बात यहीं खत्म हो गई. लेकिन, लड़की की शादी उसी के साथ हुई थी, जिसने उसके साथ यह अपराध किया था. उस लड़की ने बताया, "यही इसका तकलीफ़देह पहलू है." उसने बताया, "यह सामान्य शादी नहीं हो सकती थी, मैंने इसकी उम्मीद भी नहीं की थी." नौ साल बाद, निधि और सुनील (बदला हुआ नाम) जब इस घटना की परतें उतारने बैठे तो निधि ने उन बातों को याद करते हुए सालों पहले हुई उस घटना को बलात्कार करार दिया. नौ साल तक रिलेशनशिप में रहने के साथ उसके साथ ये हुआ था. दोनों के बीच 2012 में जो हुआ था, उस पर बातचीत करने से वे तीन साल तक बचते रहे. निधि की यादों में वो घटना आज भी गुंथी हुई है.More Related News