एंटीलिया के बाद किसी बड़ी घटना को अंजाम देना चाहता था सचिन वाज़े
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एनआईए सूत्रों से पता चला है कि इस मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह का बयान गवाह के रूप में दर्ज किया गया है न कि संदिग्ध के रूप में. इस केस में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा की भूमिका की जांच सभी एंगल से की जा रही है. एजेंसी पता लगानी चाहती है कि वो इस मामले में कितना सक्रिय था.
मुंबई जांच के लिए मौजूद एनआईए टीम के सूत्रों से पता चला है कि एंटीलिया के बाहर विस्फोटक के साथ गाड़ी खड़ी करने की साजिश को पूरा करने के बाद सचिन वाज़े किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहा था. इस साजिश के नाम का खुलासा तो नहीं हुआ लेकिन वो एक या दो लोगों को आतंकवाद विरोधी अधिनियम के नाम पर निशाना बनाना चाहता था. एनआईए सूत्रों से पता चला है कि इस मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह का बयान गवाह के रूप में दर्ज किया गया है न कि संदिग्ध के रूप में. इस केस में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा की भूमिका की जांच सभी एंगल से की जा रही है. एजेंसी पता लगानी चाहती है कि वो इस मामले में कितना सक्रिय था. क्या गाड़ी में विस्फोटक छोड़ने या मनसुख हिरेन की हत्या में उसने किसी भी तरह से वाज़े की मदद की थी?More Related News