उत्तर प्रदेश: ज़िला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर क्यों उठ रहे हैं सवाल
BBC
ज़िला पंचायत चुनाव को लेकर प्रदेश की सत्ताधारी बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच तीखी ज़ुबानी जंग जारी है.
उत्तर प्रदेश में ज़िला पंचायत अध्यक्षों का निर्वाचन यूं तो शनिवार यानी आज हो रहा है लेकिन क़रीब एक तिहाई ज़िलों के पंचायत अध्यक्ष नाम वापसी की तारीख़ बीतने के बाद ही निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए जा चुके हैं. निर्विरोध तरीक़े से होने वाले इस निर्वाचन को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं और प्रशासन पर सीधे तौर पर आरोप लग रहे हैं कि वे सत्तारूढ़ दल के उम्मीदवारों के पक्ष में काम कर रहा है. चुनाव के लिए नामांकन की आख़िरी तारीख़ 26 जून थी जिसके समाप्त होने के बाद 22 ज़िलों के पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हो गए. जिनमें इटावा में समाजवादी पार्टी के और बाक़ी 21 ज़िलों में बीजेपी के पंचायत अध्यक्ष बन गए. 22 ज़िलों में निर्विरोध निर्वाचन के बाद अब 53 ज़िलों में तीन जुलाई यानी आज पंचायत अध्यक्ष पद के लिए वोट डाले जा रहे हैं. इनमें भी ज़्यादातर सीटें ऐसी हैं जहां मुक़ाबला सिर्फ़ दो उम्मीदवारों के बीच है.More Related News