उत्तर प्रदेश: आरपीएन सिंह के भाजपा में आने से कितनी बदलेगी कुशीनगर की राजनीति
The Wire
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के भाजपा छोड़ सपा में जाने और फिर आरपीएन सिंह के कांग्रेस से भाजपा में जाने के बाद उत्तर प्रदेश में कुशीनगर ज़िले के राजनीतिक समीकरण पूरी तरह उलट-पुलट गए हैं. आरपीएन के ज़रिये भाजपा मौर्य के राजनीतिक प्रभाव को काटने में लगी है तो सपा मौर्य के साथ अपने पार्टी के बड़े नेताओं के बीच संतुलन बिठाने में लगी है.
गोरखपुर: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरपीएन सिंह (कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण सिंह) के भाजपा में शामिल होने के बाद उत्तर प्रदेश में कुशीनगर जिले के राजनीतिक समीकरण पूरी तरह उलट-पुलट गए हैं.
आरपीएन सिंह के पहले यहां के बड़े नेता और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा छोड़ सपा में जा चुके हैं. अभी भी जिले के कुछ नेताओं के पाला बदलने की चर्चा हो रही है.
आरपीएन सिंह के भाजपा में आने की चर्चा काफी दिनों से चल रही थी. कांग्रेस में तीन दशक की राजनीतिक यात्रा के बाद भाजपा में उनके यात्रा का ‘नया अध्याय’ किस तरह का होगा, इस पर चर्चा शुरू हो गई है. यह भी चर्चा है कि उनकी पत्रकार पत्नी इस चुनाव में अपनी सियासी पारी की शुरुआत कर सकती हैं.
आरपीएन सिंह तीन दशक से कुशीनगर जिले की राजनीति में एक बड़े केंद्र बने हुए थे. सिंह जगदीशगढ़ स्टेट (रियासत) से ताल्लुक रखते हैं. उन्हें राजनीति विरासत में मिली.