उत्तर और दक्षिण कोरिया की 'मिसाइल रेस' पर दुनिया भर में उठते सवाल
BBC
दोनों कोरियाई मुल्क़ अपनी पूरी ताक़त के साथ अपने मिसाइल और अंतरिक्ष कार्यक्रमों का विस्तार करना चाहते हैं. लेकिन उन्हें 'उकसावे' और 'आगे बढ़ने के अपने लक्ष्य' के बीच संतुलन बनाना ज़रूरी है.
उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया दोनों ने ही सितंबर महीने में नई मिसाइलों का परीक्षण किया है, जिससे कोरियाई प्रायद्वीप में "हथियारों की दौड़" को लेकर एक बार फिर चिंता बढ़ गई है.
प्योंगयांग के मिसाइल और परमाणु कार्यक्रम लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय मुद्दा रहे हैं लेकिन अब सोल भी, मई महीने में लंबे समय से लगे प्रतिबंध हटने के बाद अपने मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाना चाहता है.
दक्षिण कोरिया की हालिया गतिविधियों ने उसकी परमाणु हथियारों की महत्वाकांक्षाओं पर कई सवाल उठाए हैं.
13 सितंबर को उत्तर कोरियाई मीडिया ने कहा था कि रक्षा विज्ञान अकादमी ने 11 और 12 सितंबर को "नई प्रकार की लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलों" का परीक्षण किया है.
कथित तौर पर नई क्रूज मिसाइलों ने अंडाकार और आठ की आकृति के उड़ान पैटर्न में दो घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरी. सरकारी मीडिया ने दावा किया कि यह मिसाइल 1500 किमी दूर लक्ष्य को मारने में सक्षम है.