उत्तराखंड: अनुसूचित जाति की रसोइए को हटाने के विरोध में दलित छात्रों का मिड-डे मील खाने से इनकार
The Wire
चंपावत ज़िले के सुखीढांग के एक सरकारी स्कूल की दलित रसोइए द्वारा बनाए गए मध्याह्न भोजन को कथित उच्च जाति के छात्रों द्वारा खाने से इनकार के बाद महिला को काम से हटा दिया गया था. शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने महिला को हटाने की वजह नियुक्ति में प्रक्रियागत चूक को बताया था.
पिथौरागढ़: उत्तराखंड के चंपावत जिले के एक सरकारी स्कूल में दलित छात्रों ने अनुसूचित जाति की रसोइए को बर्खास्त किए जाने के बाद कथित अगड़ी जाति की एक महिला द्वारा बनाया गया मध्याह्न भोजन खाने से इनकार कर दिया.
हालांकि, जिला प्रशासन ने रविवार को कहा कि दोनों समुदायों के सदस्यों के बीच आम सहमति के बाद इस मुद्दे को सुलझा लिया गया है.
चंपावत के जिला मजिस्ट्रेट विनीत तोमर ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि दलित छात्र कल से नई भोजनमाता (रसोइया) द्वारा तैयार खाना फिर से खाना शुरू करेंगे.’
सुखीडांग में एक सरकारी इंटर कॉलेज में एक दलित रसोइए को तब बर्खास्त कर दिया गया था, जब छठी से आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले कथित अगड़ी जाति के 43 बच्चों ने उनके द्वारा पकाया हुआ खाना खाने से इनकार कर दिया था.