![ईरान ने अडानी पोर्ट्स की पाबंदी को लेकर जताई नाराज़गी](https://ichef.bbci.co.uk/news/1024/branded_hindi/560D/production/_121092022_gettyimages-1233575424.jpg)
ईरान ने अडानी पोर्ट्स की पाबंदी को लेकर जताई नाराज़गी
BBC
अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन ने ईरान, पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान से सामानों की आवाजाही पर पाबंदी लगा दी है. इस फ़ैसले को लेकर ईरान ने भारत से नाराज़गी जताई है.
13 सितंबर को डायरेक्टोरेट ऑफ़ रेवेन्यू इंटेलिजेंस यानी डीआरआई ने गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से 2,988.21 किलोग्राम हेरोइन (नशीला पदार्थ) ज़ब्त किया था. क़रीब 2.65 अरब डॉलर क़ीमत की यह हेरोइन अफ़ग़ानिस्तान में कंधार से ईरान के बंदर अब्बास पोर्ट से होते हुए मुंद्रा पोर्ट तक पहुँचा था.
मुंद्रा पोर्ट के संचालन की ज़िम्मेदारी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक ज़ोन (APSEZ) के पास है. इतनी मात्रा में हेरोइन की ज़ब्ती की घटना हैरान करने वाली थी. इस घटना के बाद कई तरह के सवाल उठने लगे थे.
अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक ज़ोन भारत के सबसे बड़े पोर्ट संचालक हैं, मुंद्रा पोर्ट में हेरोइन मिलने के बाद जवाबदेही इनकी भी थी.
APSEZ ने इसी हफ़्ते सोमवार को कहा था कि उनके टर्मिनल से अब ईरान, पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान से 15 नवंबर से कंटेनर कार्गो के ज़रिए आयात-निर्यात नहीं होगा.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, अडानी पोर्ट्स ने अपने बयान में कहा था, ''ईरान, अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान को लेकर जारी यह ट्रेड एडवाइज़री अडानी पोर्ट्स के तहत संचालित होने वाले सभी टर्मिनल्स पर अगले नोटिस तक लागू रहेंगे. इनमें थर्ड पार्टी के टर्मिनल्स भी शामिल हैं.''