
ईरान के बंदर अब्बास पोर्ट पर हुए धमाके में मौतों की संख्या हुई 25, सैकड़ों हॉस्पिटल में भर्ती
AajTak
हादस के बाद सोशल मीडिया पर घटना के वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें काले धुएं का विशाल गुबार आसमान में उठता हुआ देखा जा सकता है.
ईरान (Iran) के बंदर अब्बास पोर्ट पर शनिवार को एक भीषण धमाका हुआ. इसके बाद मौके पर आग लग गई. हादसे में अब तक कुल 25 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, घायलों की तादाद करीब 700 है. धमाके के बाद प्रांतीय आपदा प्रबंधन अधिकारी मेहरदाद हसनजादेह ने बताया था कि विस्फोट काफी भयावह था. घायलों में से कई लोगों को होर्मोज़गान प्रांत के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
हादस के बाद सोशल मीडिया पर घटना के वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें काले धुएं का विशाल गुबार आसमान में उठता हुआ देखा जा सकता है.
निर्यात और ट्रांजिट शिपमेंट पर लगाई रोक
ईरानी मीडिया के मुताबिक, धमाके के बाद ईरान के सीमा शुल्क प्राधिकरण ने सभी कस्टम कार्यालयों को आदेश दिया है कि वे बंदरगाह के लिए निर्यात और ट्रांजिट शिपमेंट भेजने पर तत्काल रोक लगा दें. ये रोक अगले आदेश तक प्रभावी रहेगी. हालांकि, जिन ट्रकों ने पहले ही सीमा शुल्क की प्रक्रिया पूरी कर ली थी, उन्हें बंदरगाह क्षेत्र से बाहर निकलने की अनुमति दी गई है.
यह भी पढ़ें: अमेरिका से लेकर ईरान तक... पहलगाम हमले पर दुनिया भारत के साथ, PM मोदी को मिले समर्थन और संवेदना के संदेश
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया

पाकिस्तान की सेना का फ्रॉड अफ्रीकी महादेश में भी जारी है. आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने पाकिस्तान और अफ्रीकी देश लीबिया के बीच हुए 4 अरब डॉलर के सैन्य समझौते का खूब डंका बजाया. लेकिन मुनीर ने ये डील यूएन के प्रतिबंधों को धत्ता बताकर लीबिया के उस सैन्य नेता के साथ की है जिस पर अतंर्राष्ट्रीय प्रतिबंध लगा है. और कोई भी देश या एजेंसी लीबिया को हथियारों की सप्लाई नहीं कर सकता है.

बांग्लादेश में हालिया हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता के कारण हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा गंभीर खतरे में है. शेख हसीना सरकार के पतन के बाद इस्लामिक कट्टरपंथियों के हमले बढ़े हैं, जिससे कई हिंदू परिवार विस्थापित हुए हैं. हिंदुओं पर अत्याचार न रोक पाने वाला बांग्लादेश म्यांमार से आए रोहिंग्या मुसलमानों को बसाने का दावा करता है.

अमेरिकी सेना ने एक बार फिर पूर्वी प्रशांत महासागर में ड्रग तस्करों पर बड़ी कार्रवाई की है. अमेरिकी सदर्न कमांड ने सोशल मीडिया पर बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर छोटी नाव को मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में निशाना बनाया गया. इस हमले में एक शख्स की मौत हो गई. हालांकि अमेरिकी सेना ने इसे लेकर किसी तरह के सबूत नहीं दिए. वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह मिसाइल लगते ही बोट के परखच्चे उड़ गए और उसके फौरन ही बाद जहाज में आग लग गई. बता दें वेनेजुएला से तनाव के बीच ड्रग्स बोट को आए दिन अमेरिकी सेना निशाना बना रही है. बताया जा रहा है कि अमेरिकी कार्रवाई में अब तक 105 लोगों की मौत हो चुकी है.










