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ईरान का सुप्रीम लीडर कैसे चुना जाता है? क्यों रईसी की मौत को लेकर खामेनेई के उत्तराधिकार का सवाल खड़ा हो रहा है?
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ईरान में सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई चर्चा में हैं. राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद सुप्रीम लीडर खामेनेई सभी बड़े और जरूरी फैसले ले रहे हैं. उन्होंने देश में कार्यवाहक राष्ट्रपति भी नियुक्त कर दिया है. सुप्रीम लीडर को ईरान में सबसे बड़ा धर्मगुरु भी माना जाता है. वो ही देश से जुड़े सभी मामलों पर अंतिम फैसला देते हैं. ईरान का सुप्रीम लीडर ही राष्ट्र प्रमुख होता है और 'कमांडर इन चीफ' भी होता है.
ईरान में हेलिकॉप्टर हादसे में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री समेत 9 लोगों की मौत हो गई है. ईरान ने अपने दो अहम नेताओं को ऐसे समय खोया है, जब इजरायल के साथ उसके रिश्ते टकराव की स्थित में पहुंच गए हैं. हालांकि, ईरान में सत्ता का संकट नहीं है, क्योंकि वहां राष्ट्रपति से भी ज्यादा पावरफुल सुप्रीम लीडर होता है और इस समय ईरान में सुप्रीम लीडर 85 साल के अयातुल्लाह खामेनेई हैं. सोमवार को उन्होंने दो बड़े फैसले लिए. सबसे पहले रईसी के निधन पर संवेदना जताई और देश में पांच दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है. उसके बाद उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर (68 साल) को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया है. अब तक राष्ट्रपति रईसी को खामेनेई का उत्तराधिकारी माना जाता था. लेकिन अब नए चेहरे को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. पहले जान लेते हैं कि ईरान में सुप्रीम लीडर कैसे चुना जाता है?
ईरान में क्या हो गया है?
ईरान में रविवार शाम पहाड़ी क्षेत्र में खराब मौसम की वजह से राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया है. इस हेलिकॉप्टर में विदेश मंत्री, गर्वनर और क्रू मेंबर्स समेत 9 लोग सवार थे. सभी लोगों की मौत हो गई है. जब हादसा हुआ, उस समय रईसी अजरबैजान बॉर्डर पर एक कार्यक्रम में शामिल होकर लौट रहे थे. उनके काफिले में शामिल दो अन्य हेलिकॉप्टर सुरक्षित लौट आए. सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर का मलबा मिला. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर (68 साल) को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया है. मोखबर अधिकतम 50 दिन तक ही इस पद पर रह सकते हैं यानी उन पर इस अवधि के अंदर चुनाव कराए जाने की बड़ी जिम्मेदारी होगी.
खामेनेई ने एक बयान में कहा, मोखबर अब कार्यकारिणी की देखरेख करेंगे और वो विधायिका और न्यायपालिका के साथ मिलकर ज्यादा से ज्यादा 50 दिनों के अंदर नया राष्ट्रपति चुनने में मदद करने के लिए बाध्य होंगे. मोखबर को भी खामेनेई का वफादार माना जाता है.
यह भी पढ़ें: लेजर बीम से मोसाद की साजिश तक... ईरानी राष्ट्रपति रईसी की मौत पर कौन-कौन सी थ्योरी की हो रही चर्चा?
ईरान में सबसे ताकतवर होते हैं सुप्रीम लीडर
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