ईरानः दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी खारे पानी की झील की कहानी
BBC
सालों से चली आ रहीं अंधाधुंध मानव गतिविधियों और विकास परियोजनाओं की वजह से ईरान की उर्मिया झील का अस्तित्व लगभग ख़त्म होने की कगार पर पहुँच गया था.
उर्मिया झील कभी पर्यटकों से गुलज़ार रहा करता थी. होटलों, बोट हाउस और रेजॉर्ट में लोगों की ख़ूब चहल-पहल रहती थी. लेकिन इसके पर्यावरण पर बढ़ते दबाव की वजह से यह सिकुड़ती गई और इसकी ज़मीन लोगों के रहने लायक नहीं रह गई. झील की आसपास की खेती और वनस्पतियाँ ख़त्म हो गईं और किनारे बनाये गए रेजॉर्ट और होटल वीरान हो गए. पूरा इलाका किसी भूतहा शहर जैसा लगने लगा था. उर्मिया की उजड़ने की कहानी युद्ध, प्रतिबंधों और ईरान की घरेलू राजनीति की तीखी लड़ाई से जुड़ी रही है. यह लड़ाई इस स्तर पर पहुँच गई है कि इस झील को पुनर्जीवित करने की कोई भी पहल राजनीति से घिर जाती है.More Related News