ईडी ऑफिस से बाहर निकलने पर महबूबा बोलीं- सरकार से असहमति दिखाने वालों को किया जा रहा परेशान
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अधिकारियों ने बताया कि मुफ्ती धन शोधन मामले में पूछताछ का सामना करने के लिए सुबह 11 बजे राजबाग स्थित ईडी कार्यालय पहुंचीं. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष सोमवार को दिल्ली में एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुई थीं.
धन शोधन के एक मामले में पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुई. ईडी ऑफिस से बाहर निकलने के बाद मुफ्ती ने कहा कि इस देश में सरकार से असहमति दिखाने वालों के साथ अपराधियों की तरह व्यवहार किया जा रहा है. जो भी विरोध करते हैं या बोलते हैं उन्हें किसी केस में फंसा दिया जाता है. पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती से लगभग पांच घंटे पूछताछ चली. To set the record straight, during the course of my questioning at ED, right from the start I insisted on not signing any statements till I consulted my lawyers. But I was shown rule books & told that not signing would have consequences. उन्होंने आगे कहा कि मुझसे बिजबेहरा लैंड को लेकर पूछताछ की गई, जो मेरे पिता के नाम पर था. उसे हमने कैसे बेचा आदि? इसके अलावा उस फंड के बारे में पूछा गया जो बतौर सीएम मैंने विधवा और युवाओं के लिए खर्च किया था. मैंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया, इसलिए वो दो सालों से कुछ नहीं ढूंढ पाए. अब वे काफी निराश हो गए हैं इसलिए वो इस तरह के सवाल पूछ रहे हैं कि मेरे पिता की कब्र कैसे बनाई गई और उसपर कितना खर्च किया गया.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में शानदार जीत दर्ज की है. इस मौके पर नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में जश्न का माहौल है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी पहुंचे. पीएम मोदी ने जय भवानी, जय शिवाजी' के जयघोष के साथ अपना संबोधन शुरू किया.
गवर्नर कार्यालय ने स्पष्ट किया कि मूर्ति का अनावरण गवर्नर द्वारा नहीं किया गया था, बल्कि यह मूर्ति कलाकार और भारतीय संग्रहालय द्वारा भेंट के रूप में दी गई थी. इसके बावजूद, इस घटना ने एक राजनीतिक बहस को जन्म दिया है, जहां यह सवाल उठाया जा रहा है कि कोई व्यक्ति जीवित रहते हुए अपनी मूर्ति कैसे लगा सकता है.
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